बलरामपुर: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का लाख दावा किया जा रहा हो, लेकिन बलरामपुर जिले के अभी भी कुछ ऐसे अस्पताल हैं, जिनमें मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं. इसे अधिकारियों की लापरवाही कहें या संसाधनों की कमी कि जिला महिला चिकित्सालय में पिछले 8 वर्षों से अल्ट्रासाउंड मशीन खराब पड़ी थी. इससे गर्भवती महिलाओं के लिए अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही थी.
अधिकारी कभी मशीन की खराबी तो कभी रेडियोलॉजिस्ट की कमी बताकर अपना पल्ला झाड़ ले रहे थे. पूर्वांचल विकास बोर्ड के सलाहकार साकेत मिश्र को जब इस समस्या की जानकारी हुई तो उन्होंने जिला महिला चिकित्सालय को एक डिजिटल अल्ट्रासाउंड मशीन भेंट की. इससे प्राइवेट पैथोलॉजी के चक्कर लगाने वाली प्रसूताओं को शारीरिक व आर्थिक तौर पर राहत मिल सकेगी. जिला महिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड मशीन मिलने के बाद प्रसूताओं का अल्ट्रासाउंड चिकित्सालय में ही निःशुल्क हो सकेगा.
साकेत मिश्र ने मशीन भेजने के साथ ही वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल और सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह से बातचीत भी की. साथ ही उन्होंने जिला महिला चिकित्सालय में लगाए गए मशीन का उद्घाटन किया. जिला महिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड मशीन मिलने के बाद प्रसूताओं का अल्ट्रासाउंड चिकित्सालय में ही निःशुल्क हो सकेगा.
उद्घाटन करने आए सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने सुविधाओं की कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि 3 साल पहले जब मैं यहां आया तो पता चला था कि तकरीबन 8 वर्षों से यहां पर मशीन नहीं है और न ही रेडियोलॉजिस्ट है. आज यहां अल्ट्रासाउंड मशीन आ जाने से महिलाओं को सुविधाएं मिलेंगी. इसके साथ ही यहां आने वाले अन्य लोगों को सुविधाएं मिलेंगी. इसके साथ ही अन्य जिला स्तरीय अस्पतालों में भी यह सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, जिससे आने वाले मरीजों व तीमारदारों को किसी तरह की परेशानी न हो.