बलरामपुर: जिले के गोंडा-बलरामपुर बॉर्डर बहादुरापुर पर लगाए गए चेक पोस्ट पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाने को लेकर एक स्वयंसेवी संस्थान के प्रबंधक ने जमकर हंगामा किया. प्रबंधक ने वहां मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से बहस की.
बॉर्डर के बूथ के पास प्रवासी मजदूरों के लिए करीब एक माह से विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के लोग स्टाल लगाकर भोजन, पानी का वितरण करते हैं. बॉर्डर पर लगे बूथ पर तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाता है, लेकिन संगठनों के भोजन स्टाल पर इसका पालन नहीं किया जाता.
दो घंटे तक होता रहा हंगामा
इसी को लेकर जब ड्यूटी पर तैनात नोडल अधिकारी राकेश शर्मा ने स्वयंसेवी संगठन के प्रबंधक राकेश श्रीवास्तव से भोजन वितरित करते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए कहा, तो इस पर वो नाराज हो गए. इसके बाद जिले की सीमा पर करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा.
प्रबंधक ने बॉर्डर पर रुकवायी बस
सिर्फ इतना ही नहीं, संस्था के प्रबंधक ने बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों को लेकर पहुंची बस को रुकवाया और उसमें बैठे यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग न होने की बात को लेकर ड्यूटी पर लगे अधिकारियों और पुलिस कर्मियों से बहस शुरू कर दी. अब जिला प्रशासन प्रंबधक पर कार्रवाई करने की बात कह रहा है.
प्रबंधक ने लगाया आरोप
लक्ष्मी शिक्षण एवं सेवा संस्थान के प्रबंधक राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि दो-दो दिन के भूखे प्रवासियों को खाना खिला रहे हैं. प्रबंधक का आरोप है कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से भागना चाहते हैं, जबकि हम लोग पहले से ही मज़दूरों से लाइन में लगकर भोजन लेने का आग्रह कर चुके हैं.
नोडल अधिकारी ने कही ये बात
वहीं नोडल अधिकारी राकेश शर्मा का कहना है कि बॉर्डर पर जहां मजदूरों की स्क्रीनिंग की जाती है, वहां पर गोले बनवाए गए हैं. इन पर आने वाले प्रवासी खड़े होते हैं. यही बात जब लंगर चलाने वाले राकेश श्रीवास्तव से कही गई तो वह भड़क उठे. यदि वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करवाएंगे तो जिले के लोगों को समस्या होगी.
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