बलरामपुर: चित्रकूट में जहरीली शराब से हुई 5 मौतों के बाद यूपी सरकार ने मामले में 11 अधिकारी और कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया और निर्देश दिया कि प्रदेश में अभियान चलाकर ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए. सीएम के निर्देश पर हरकत में आई बलरामपुर पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने मंगलवार को रेहरा बाजार थाना क्षेत्र के मंगुरहवा गांव में छापा मारा. पुलिस के मुताबिक इसमें किसी तरह की कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई.
एसडीएम उतरौला नागेन्द्र नाथ यादव, सीओ उतरौला राधारमण सिंह, रेहरा बाजार थाने की पुलिस और उतरौला के आबकारी निरीक्षक की मौजूदगी में यह छापेमारी की गई. इस दौरान संदिग्ध व्यक्तियों के घरों, खेतों और अन्य स्थानों पर जमीन में छुपाए गए लहन के डिब्बों और ड्रमों को निकलवाकर 200 लीटर लहन नष्ट किया गया.
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पुलिस के पीछे खड़ा है आरोपी
टीम ने लहन नष्ट करते हुए एक वीडियो भी बनवाया, जिसमें अवैध शराब का एक आरोपी भी साफ नजर आ रहा है. आरोपी एसडीएम और सीओ के पीछे खड़ा है. पुलिस मीडिया सेल पर सीओ राधा रमण सिंह का बयान मीडिया को भेज दिया जाता है, जिसमें भी गिरफ्तारी का कोई जिक्र तक नहीं है.
आबकारी और पुलिस की भूमिका संदिग्ध
जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद बलरामपुर पुलिस कितनी गंबीर है. इसका अंदाजा वीडियो से साफ लगाया जा सकता है. अवैध शराब का कारोबार करने वाले अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाती, जबकि वीडियो में भारी मात्रा में पुलिस बल, अधिकारी, एक आरोपी और भारी मात्रा में लहन साफ देखा जा सकता है. इस तरह का मामला सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है.