बलरामपुर: कोरोना वायरस को लेकर जिले के सबसे बड़े अस्पताल को आइसोलेशन और क्वारंटाइन वार्ड के रूप में परिवर्तन किया जा रहा है. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी लगाया गया है. इसके साथ ही बड़े पैमाने पर पुलिस और जिला प्रशासन के लोग नोडल विभाग स्वास्थ्य की मदद कर रहे हैं.
ब्लॉक स्तर पर लगभग सभी अस्पतालों में आइसोलेशन और क्वारंटाइन वार्ड बनकर तैयार हैं. साथ ही न्याय पंचायत स्तर पर कर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है और 101 न्याय पंचायतों में क्वारंटाइन वार्ड बनाने की तैयारी है.
कोरोना के मिले थे दो संदिग्ध
बलरामपुर जिले में अभी तक कुल 2 संदिग्ध मरीज मिले थे, जबकि किसी संदिग्ध में कोरोना वायरस नहीं पाया गया था. संयुक्त जिला चिकित्सालय स्थिति आइसोलेशन वार्ड की हालत बदतर नजर आई. यहां न तो कोई कर्मचारी था और न ही कोई सुविधा. वीपी और हार्ट रेट चेक करने की मशीनों के अलावा यहां पर कोई सुविधा नहीं नजर आई.
आइसोलेशन वार्ड में नहीं है कोई सुविधा
एक कर्मी ने बताया कि आनन-फानन में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में न तो सैनिटाइजर है और न ही साफ-सफाई की कोई सुविधा. यहां पीने के पानी की भी कोई सुविधा नहीं है. यहां शाम के बाद मछरों के कारण बैठना तक मुश्किल हो जाता है.
जिलाधिकारी ने आइसोलेशन वार्ड के बारे में दी जानकारी
संयुक्त जिला चिकित्सालय को बृहद बनाया गया है. यहां पर अभी किसी मरीज को नहीं भर्ती कराया गया है. इसलिए यहां पर काम करने वाले कर्मचारी संयुक्त जिला चिकित्सालय के ही तमाम सेक्टर में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त जिला चिकित्सालय में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में अगर कोई कमी रह जाती है, तो उसे जल्द दूर कर दिया जाएगा.