बलरामपुर: कूड़ा निस्तारण के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा जारी नियमों की बलरामपुर नगर पालिका परिषद धज्जियां उड़ा रहा है. इसके चलते डंपिंग ग्राउंड पर कूड़ा जलने से लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. हालात ये हैं कि कूड़ा जलने पर उससे निकलने वाले धुएं का सीधा प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. बावजूद इसके इस पर न तो नगर प्रशासन ध्यान देता है और न ही जिला मुख्यालय पर बैठने वाले आला अधिकारी.
आमजन की बढ़ी दुश्वारियां:
- जिले के किसी भी नगर क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है.
- नगर निकाय परिषदों ने कई जगहों पर डंपिंग ग्राउंडस बना रखे हैं, इससे आमजन की दुश्वारियां बढ़ जाती है.
- कूड़ा उठाने वाली एजेंसियां उनमें आग लगा देती है, इससे लोगों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है.
- कूड़ा जलने और इसकी बदबू के कारण से डंपिंग यार्ड के आसपास रहने वाले कई लोग बीमार बने रहते हैं.
- इससे कई लोगों को सांस से संबंधित बीमारियां हो चुकी हैं वहीं कइयों को किडनी और अन्य बीमारियों ने घेर लिया है.
- कूड़ा निस्तारण के संबंध में राष्ट्रीय हरितअधिकरण ने कूड़े को आबादी क्षेत्र में न डालने और कूडे़ में आग न लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं, लेकिन आला अधिकारी किसी की सुनने को तैयार नहीं.
यहां पर कूड़ा जलने से हमें तमाम तरह की दुश्वारियां पैदा हो रही है. जिनका घर इस डंपिंग यार्ड के नजदीक है, वो दिन हो चाहे रात हो अपने घरों से बाहर तक नहीं निकल पाते. लोगों को सांस से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं, लोग बीमार हो रहे.
- स्थानीय लोग
'नगर पालिका के कर्मचारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि नगरीय क्षेत्र में कूड़ा नहीं फेंका जाएगा और ना ही उन्हें जलाया जाएगा. अगर कोई ऐसा करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी'.
- राकेश कुमार जायसवाल, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, बलरामपुर