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बलरामपुर: क्वारंटाइन सेंटरों के साथ-साथ मानसिक रोगियों को मिल रही टेली मनोचिकित्सा सुविधा - mental health telemedicine service

कोरोना वायरस के चलते क्वारंटीन किए गए लोगों में अब तनाव उत्पन्न होने लगा है. इसके लिए मनोचिकित्सक लगातार लोगों की काउंसलिंग कर रहें हैं. वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों की घर बैठे काउंसलिंग की जा रही है.

क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
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Published : Apr 26, 2020, 2:21 PM IST

बलरामपुर: कोरोना वायरस महामारी के दौरान आजकल देशव्यापी लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे समय में मानसिक रोगियों का इलाज एक चुनौतीपूर्ण काम है. इसे देखते हुए अखिल भारतीय नैदानिक मनोवैज्ञानिक संघ ने पहल करते हुए मनोरोगियों के इलाज के लिए टेली मनोचिकित्सा की सलाह दी है. इसके बाद राज्य नोडल अधिकारी मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम ने आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए है.

सोशल मीडिया के माध्यम से की जा रही काउंसलिंग
इसके तहत संचार के विभिन्न साधनों जैसे मोबाइल फोन, टेक्स्ट मैसेज, वाट्सऐप, ईमेल आदि के जरिए मनोरोगियों को इलाज और परामर्श दिया जा रहा है. इसकी सुविधा ना केवल क्वारंटाइन केंद्रों पर क्वारंटाइन लोगों को मिल रही है बल्कि बड़ी संख्या में आम लोग भी इसका फायदा उठा रहे हैं.

क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
परिवार से दूर रह रहे लोगों में हो रहा है मानसिक तनाव मानसिक रोग के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि लॉकडाउन का समय बढ़ने के साथ ही जिले में मनोरोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है. ज्यादातर लोग अपने परिवार के साथ वक्त बिता रहे है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें क्वारंटाइन केन्द्र में रखा गया है. वह अपने परिवार से दूर हैं. इसलिए इन लोगों पर मानसिक दबाव काफी बढ़ रहा है.

मनोरोगियों का इलाज करने के लिए की जा रही टेली काउंसलिंग
उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस दौरान मनोरोगियों को अस्पताल पहुंचने और दवा खरीदने में भी काफी मुश्किल हो रही है. दवा की अनुपलब्धता और मानसिक रोगियों को समय पर दवा नहीं मिलने के कारण उनके विकार के बढ़ने या ठीक होने की गति रूकने की संभावना है. ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र में साइकोलाॅजिकल सपोर्ट टीम लोगों की टेली काउंसलिंग करने में जुटी है.

क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग

क्वारंटाइन सेंटर्स पर रह रहे लोगों की काउंसलिंग
क्लीनिकल साइकोलाॅजिस्ट डॉ. अशोक पटेल ने बताया कि जिले के मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सुबह 8 बजे से 2 बजे तक डॉक्टर्स की टीमें क्वारंटाइन सेंटर्स पर रह रहे लोगों की काउंसलिंग करती है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीम को 3 हजार लोगों की सूची उपलब्ध कराई गई है. हम इनको काॅल करके और समस्याओं के बारे में जानकर सही परामर्श दे रहे हैं.

क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग

इन नम्बरों पर कर सकते हैं परामर्श
डॉ. पटेल ने बताया कि अब तक जिले में करीब 500 लोगों को कॉलिंग की गई है, जिसमें से 341 लोगों की सफल काउंसलिंग की गई है. कोई भी व्यक्ति जिले के मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र के 8874412546 मोबाइल नम्बर पर काॅल या जानकारी वॉट्सएप करके मनोचिकित्कीय परामर्श ले सकता है.

बलरामपुर: कोरोना वायरस महामारी के दौरान आजकल देशव्यापी लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे समय में मानसिक रोगियों का इलाज एक चुनौतीपूर्ण काम है. इसे देखते हुए अखिल भारतीय नैदानिक मनोवैज्ञानिक संघ ने पहल करते हुए मनोरोगियों के इलाज के लिए टेली मनोचिकित्सा की सलाह दी है. इसके बाद राज्य नोडल अधिकारी मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम ने आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए है.

सोशल मीडिया के माध्यम से की जा रही काउंसलिंग
इसके तहत संचार के विभिन्न साधनों जैसे मोबाइल फोन, टेक्स्ट मैसेज, वाट्सऐप, ईमेल आदि के जरिए मनोरोगियों को इलाज और परामर्श दिया जा रहा है. इसकी सुविधा ना केवल क्वारंटाइन केंद्रों पर क्वारंटाइन लोगों को मिल रही है बल्कि बड़ी संख्या में आम लोग भी इसका फायदा उठा रहे हैं.

क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
परिवार से दूर रह रहे लोगों में हो रहा है मानसिक तनाव मानसिक रोग के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि लॉकडाउन का समय बढ़ने के साथ ही जिले में मनोरोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है. ज्यादातर लोग अपने परिवार के साथ वक्त बिता रहे है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें क्वारंटाइन केन्द्र में रखा गया है. वह अपने परिवार से दूर हैं. इसलिए इन लोगों पर मानसिक दबाव काफी बढ़ रहा है.

मनोरोगियों का इलाज करने के लिए की जा रही टेली काउंसलिंग
उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस दौरान मनोरोगियों को अस्पताल पहुंचने और दवा खरीदने में भी काफी मुश्किल हो रही है. दवा की अनुपलब्धता और मानसिक रोगियों को समय पर दवा नहीं मिलने के कारण उनके विकार के बढ़ने या ठीक होने की गति रूकने की संभावना है. ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र में साइकोलाॅजिकल सपोर्ट टीम लोगों की टेली काउंसलिंग करने में जुटी है.

क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
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क्वारंटाइन सेंटर्स पर रह रहे लोगों की काउंसलिंग
क्लीनिकल साइकोलाॅजिस्ट डॉ. अशोक पटेल ने बताया कि जिले के मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सुबह 8 बजे से 2 बजे तक डॉक्टर्स की टीमें क्वारंटाइन सेंटर्स पर रह रहे लोगों की काउंसलिंग करती है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीम को 3 हजार लोगों की सूची उपलब्ध कराई गई है. हम इनको काॅल करके और समस्याओं के बारे में जानकर सही परामर्श दे रहे हैं.

क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग
क्वारंटीन किए गए लोगों की हो रही है काउंसलिंग

इन नम्बरों पर कर सकते हैं परामर्श
डॉ. पटेल ने बताया कि अब तक जिले में करीब 500 लोगों को कॉलिंग की गई है, जिसमें से 341 लोगों की सफल काउंसलिंग की गई है. कोई भी व्यक्ति जिले के मानसिक स्वास्थ्य केन्द्र के 8874412546 मोबाइल नम्बर पर काॅल या जानकारी वॉट्सएप करके मनोचिकित्कीय परामर्श ले सकता है.

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