बलरामपुर: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए जहां केंद्र और राज्य सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. वहीं जिन अधिकारियों, कर्मचारियों को जमीनी तौर पर चीजों को लागू करने की जिम्मेदारी है. वह अपनी जिम्मेदारी से उदासीनता बरतते नजर आ रहे हैं. जिला मुख्यालय के रानी तालाब स्थित हनुमानगढ़ी के पास झाड़ियों में बड़ी मात्रा में कुछ जीवन रक्षक दवाएं पड़ी मिली हैं. इससे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आ रही है. वहीं, सीएमओ ने जांच पूरी करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
- बलरामपुर के रानी तालाब स्थित हनुमानगढ़ी में झाड़ियों के बीच पेटियों में कुछ जीवन रक्षक दवाइयां पड़ी मिली हैं.
- इसकी तत्काल मीडिया और प्रशासन को सूचना दी गई.
- जब स्वास्थ्य विभाग की टीम दवाइयों की जांच करने पहुंची तो सिंफनी कंपनी की डायग्नोसिस करने वाली दवाइयों के रूप में इसकी पहचान की गई.
- सभी जीवन रक्षक दवाइयां एक्सपायर नहीं हैं. इसके बावजूद दवाइयों को फेंका गया.
- दवाइयां असाध्य रोगों के इलाज में बीमारियों को पकड़ने के काम आती है.
जब मैं सुबह उठा तो मैंने इन दवाइयों को झाड़ियों में पड़े देखा. मैंने तत्काल चिकित्सा प्रशासन को सूचना दी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग व पुलिस के कुछ लोग पहुंचे. इसके बाद दवाइयों की जांच पड़ताल की और उठाकर अपने साथ ले गए हैं.
-राम दुलारे, पुजारी
झाड़ियों में जो दवाइयां पड़ी मिली है वह अभी एक्सपायर तो नहीं है, लेकिन उनकी एक्सपायरी डेट नजदीकी ही है. हमने इस साल के बैच नंबर को चेक करवा कर जब देखा तो यह दवाइयां इस साल की नहीं मिली. हम जांच करवा रहे हैं कि पिछले साल के बैच नंबर में यह दवाइयां किसे दी गई थी और उन्होंने क्यों इसका इस तरह दुरुपयोग किया गया है. और जांच के बाद यह साफ हो जाएगा कि दवाइयां किसे वितरित की गई थी. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. घनश्याम सिंह, सीएमओ
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