बलरामपुर: प्रदेश के सभी जिलों के तकरीबन एक लाख से ज्यादा लेखपाल इन दिनों धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेखपाल संघ अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ न केवल नारेबाजी कर रहा है. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के वादों को भी याद दिला रहा है, जो उनकी स्थिति को सुधारने के लिए किया गया था.
योगी सरकार पर लगाया आरोप
बलरामपुर जिले के कलेक्ट्रेट परिसर पर धरने पर बैठे लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि हम सभी लोग पिछली सरकार द्वारा किए गए वादों का बस इंप्लीमेंट चाहते हैं. पिछले 3 सालों में हमसे केवल इस सरकार ने वादाखिलाफी की है. राजस्व निरीक्षक नियमावली में व्यापक तौर पर यदि इन्हें दूर कर दिया जाए तो तमाम तरह की समस्याएं खत्म हो जाएंगी.
तीन रुपये मिलता है साइकिल भत्ता
लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि इस तरह की समस्याएं केवल इसलिए हैं क्योंकि हमारी नौकरी की नियमावली में ही तमाम तरह की विसंगतियां हैं. जैसे वेतन को लेकर ही हमारे पास तमाम विसंगतियां हैं. 1994 में ज्वाइन किए हुए लेखपालों को मिल रहा है, जबकि उसके बाद ज्वाइन करने वालों को भी इसी पे ग्रेड के आसपास वेतन मिल रहा है. इसके साथ ही आज भी हम लोगों को तीन रुपये सरकार द्वारा साइकिल भत्ते के रूप में दिया जाता है जो कि साइकिल के पंचर बनवाने के लिए भी पर्याप्त नहीं है.
लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने ये कहा
लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि हमें अपग्रेड करने और टेक्नोलॉजी वाइज डिवेलप करने की बात तो कही जा रही है लेकिन अभी भी हमारी नौकरी के लिए जो अहर्ता है वह मात्र इंटरमीडिएट ही रखी गई है, जबकि हम मांग कर रहे हैं कि हमारी नौकरी के लिए अहर्ता को कम से कम ग्रेजुएट कर दिया जाए.
10 तारीख से कर रहे हैं प्रदर्शन
लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने कहा कि हम अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 10 तारीख से ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कलेक्ट्रेट परिसर के साथ-साथ तहसीलों पर भी हम लोगों का धरना प्रदर्शन जारी है. हम लोग ठंड के इस भीषण मौसम में भी सरकार के खिलाफ न केवल आवाज बुलंद कर रहे हैं बल्कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए हम तब तब तक बैठे रहेंगे जब तक यह सरकार हमारी मांगों को मान नहीं लेती.
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