बलरामपुर : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर सभी पार्टियां अब जोर आजमाइश में लग चुकी हैं. इसी क्रम में 'भाजपा हटाओ-प्रदेश बचाओ, जनवादी जनक्रांति यात्रा' को 1 सितंबर से बलिया से शुरू करके बलरामपुर के उतरौला पहुंचे जनवादी पार्टी सोशलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह चौहान ने चुनाव को लेकर कई सवालों को जवाब दिए.
उनसे जब पूछा गया- पूर्वी उत्तर प्रदेश में खुद को कहां देखते हैं- इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज भाजपा का वोटर समाजवादी विचारधारा के साथ खड़ा दिख रहा हैं. जिन मतदाताओं में भाजपा को वोट देकर जिताने का काम किया था, वही आज हमारी यात्रा में जुड़ रहा है. हमने जनक्रांति यात्रा निकल करके उन वोटरों के मन में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कोरोना काल में भाजपा सरकार की अव्यवस्था के कारण जिन लोगों की जान गई, उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. क्या आप दोबारा उन्हें आशीर्वाद दे सकते हैं.
उन्होंने कहा कि हमने जनता से सवाल किया कि भाजपा ने महंगाई दर बढ़ाया. गरीबी के आंकड़ों को बढ़ायाय गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों को बढ़ाया. सामाजिक न्याय को प्रभावित करने का काम किया. दलित और पिछड़ों के आरक्षण को प्रभावित करने का काम किया. क्या अब भी आप भाजपा के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि हम समाजवादी लोग लगातार जनता के बीच खड़े रहे हैं. हमारे किए गए कार्यों का ही नतीजा है कि आज पूर्वांचल का चौहान समाज व अन्य समाज के लोग हमारे साथ पूरी तरह से खड़े हुए हैं.
चौहान समाज के कितने प्रतिशत वोटों के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की डेढ़ सौ सीटों को चौहान समाज प्रभावित करने का काम करता है. इस प्रदेश में ऐसी कोई विधानसभा सीट नहीं है, जहां कम से कम 10 हज़ार वोटर चौहान समाज ना हो. अगर आप बलरामपुर जिले की बात करें, तो यहां पर 4 विधानसभा सीटें हैं. यहां पर हर विधानसभा में कम से कम 30 हजार वोट हैं. यहां भी चौहान समाज का निर्णायक वोट है.
इसे भी पढ़ें- एक ही दिन में दूसरी बार बाघम्बरी मठ पहुंची एसआईटी की टीम
सीटों के बंटवारे के सवाल पर संजय सिंह चौहान ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में हमें एक सीट देने का काम किया था. मैं चंदौली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उसी तर्ज पर हमें आने वाले विधानसभा चुनाव में भी सपा सीटें देगी. अभी हम संख्या बता नहीं सकते हैं, लेकिन जो कुछ भी होगा सम्मानजनक होगा. गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बार का जो गठबंधन है, वह सभी तरह के जातियों का गठबंधन है. खासकर उस तरह का गठबंधन है, जिसमें ओबीसी समाज और दलित समाज के लोग जुड़ रहे हैं. यह अन्य पिछड़ी जातियों का गठबंधन है, जो समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में लोगों को सामाजिक न्याय आर्थिक न्याय दिलाने का काम कर रही है.