बलरामपुर: जिले में सीमावर्ती चेकिंग बूथ पर लगातार सख्ती बढ़ती जा रही है. बता दें कि कम्युनिटी हेल्थ फिसर पोस्ट की ज्वॉइनिंग के लिए आ रहे लोगों को भी उनका विभाग ज्वाइनिंग के बाद होम या इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन कर रहा है. साथ ही इस काम में विभाग द्वारा किसी तरह की कोताही नहीं बरती जा रही है.
CHO को किया जा रहा होम क्वारंटाइन
बता दें कि जिले के 155 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएसओ यानि कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की तैनाती होनी थी. बता दें कि 23 मार्च को सभी चयन किये गये सीएचओ को सीएमओ कार्यालय पहुंचकर ज्वॉइनिंग करनी थी, लेकिन 22 मार्च को ही लाॅकडाउन हो गया.
साथ ही एक महीने तक प्रतीक्षा करने के बाद भी लाॅकडाउन नहीं खुला तो सभी चयनित सीएचओ परिवार के साथ एक-एक करके ज्वॉइनिंग करने के लिए सीएमओ ऑफिस का रूख करने लगे. वहीं जिले में पहुंचते ही इन्हे बॉर्डर पर रोका जा रहा है. साथ ही जांच के बाद सीएमओ ऑफिस जाकर ज्वॉइनिंग के बाद 14 दिन के लिए होम क्वांरटाइन किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग मेंं कर्मचारियों की भारी कमी
सबसे बड़ी परेशानी ये है कि अधिकतर चयनित सीएचओ उन जिलों के है, जिसमें कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाये गए हैं. साथ ही बता दें कि इन्हें ज्वॉइन कराना इसलिए भी जरूरी है कि स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी है. फिर भी स्वास्थ्य विभाग मुम्बई से आये एक व्यक्ति को कोरोना पाॅजिटिव पाये जाने के बाद विशेष सतर्कता बरत रहा है.
सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को बगैर जांच के प्रमाणित नहीं किया जा सकता है कि वह कोरोना महामारी के संक्रमण से पीड़ित या प्रभवित है या नहीं. इसलिए हमारे यहां जो भी सीएचओ ज्वाइनिंग के लिए आ रहे हैं. साथ ही हमें आवश्यकता लग रही है तो उन्हें क्वारंटाइन करवाया जा रहा है.