बलरामपुर: जिला प्रभारी मंत्री चेतन सिंह चौहान ने आज संयुक्त जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस से संबंधित आइसोलेशन वार्ड और अन्य चेकिंग वार्ड की जानकारी ली. निरीक्षण में जिला अस्पताल से चौकाने वाले मामले सामने आए. मंत्री ने डॉक्टरों को निलंबित करने की चेतावनी दी है.
जिला प्रभारी मंत्री चेतन सिंह चौहान को निरीक्षण के दौरान आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर ज्ञान प्रकाश तिवारी के खिलाफ शिकायत मिली. दरअसल, ओपीडी वार्ड के बाहर खड़े कुछ मरीजों ने बताया कि अस्पताल में समय पर इलाज नहीं मिलता और न ही पर्ची मिलती है. शिकायतकर्ताओं ने प्रभारी मंत्री से कहा कि हम लोगों के हाथ में फैक्चर है. प्लास्टर बंधवाने के लिए घंटों से खड़े हैं, लेकिन डॉक्टर और अस्पताल के कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं. लोगों ने मंत्री को बताया कि डॉक्टर अपने प्राइवेट क्लीनिक पर ऑपरेशन करने के लिए बुला रहे हैं, जहां उनसे ऑपरेशन के लिए 25-25 हजार रुपये की मांग की गई.
शिकायतकर्ताओं की बात सुन प्रभारी मंत्री आग बबूला हो उठे. उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों से कहा कि ऐसे डॉक्टरों को तत्काल बाहर निकाला जाए. साथ ही उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल में किसी तरह की कमी नजर आती है, तो उसके लिए सीएमओ और अधिकारी जिम्मेदार होंगे.