बलरामपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लाॅकडाउन किया गया है. इस दौरान लोगों को घरेलू समानों के लिए परेशानियों का सामना न करना पड़े. इसके लिए जिला प्रशासन ने जरूरी समानों के होम डिलीवरी की सुविधा शुरू की है. इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से दुकानदारों व व्यापारियों को होम डिलीवरी के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है.
जिन शहरों और उनके आस-पास के इलाकों में होम डिलीवरी की सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. वहां रोजमर्रा के समानों की किल्लत की समस्याएं सामने आ रही है. इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा दुकानदारों व व्यापारियों को होम डिलीवरी के लिए प्रेरित करने के साथ उन्हें लोगों को अपने दुकान का फोन नंबर लोगों को बांटने को कहा गया है.
प्रशासन का कहना है कि लोग पैनिक ना हों और अति आवश्यक वस्तुओं व खाने पीने के समानों की कोई कमी नही है. वहीं जिला प्रशासन की ओर से लॉकडाउन के दौरान किसी भी समान की किमतों में वृद्धि न हो और आवश्यक वस्तुओं के भंडारण न हो पाए. इसके लिए खाद्य विभाग सहित अन्य अधिकारियों की टीमें बनाकर आवश्यक इसकी निगरानी की जा रही है. साथ ही वस्तुओं के भंडारण और इनके उचित दरों से ज्यादा की किमत पर बेचने पर पाबंदी लगाई जा रही है.
टीम लगातार थोक और फुटकर विक्रेताओं के दुकानों का निरीक्षण कर यह जांच कर रही हैं कि कौन से ऐसे दुकानदार या व्यापारी हैं, जो खाने-पीने के समानों व अति आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करके उन्हें उचित मूल्यों से ज्यादा की दर पर बेच रहे हैं.
वहीं पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि यह जिला प्रदेश के पिछड़ों जिलों में आता है. इस कारण बड़े शहरों जैसी कई सुविधाएं यहां उपलब्ध नहीं है. इसके लिए होम डिलीवरी के माध्यम से लोगों तक भोजन सामग्री व अन्य आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने के लिए दुकानदारों को प्रेरित किया जा रहा है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दुकानों पर निश्चित दूरी पर पेंट या चूने के माध्यम से गोले बनाए जा रहे हैं. इसके माध्यम से लोगों को एक- दूसरे से उचित दूरी बनाकर वस्तुओं की खरीदारी करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंस के जरिए हम कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोक सकते है.