बलरामपुर: दिल्ली के धौलाकुआं में मुड़भेड़ के दौरान स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए आतंकी अबू युसूफ उर्फ मुस्तकीम के मामले पर अभिसूचना संकलन में लापरवाही करने पर पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. शुक्रवार को कप्तान देव रंजन वर्मा ने लापरवाही का दोषी पाए जाने पर पांच पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की है. अभिसूचना में इतनी गंभीर गलती अभी भी पुलिस पर कई सवाल खड़े कर रही है.
अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र ने बताया कि पकड़े गए आतंकी का मूल निवास थाना कोतवाली उतरौला के अंतर्गत गांव बढ़या भैसाही है. यहां पर प्रथम दृष्टया उतरौला पुलिसकर्मियों के द्वारा अभिसूचना संकलन में लापरवाही नजर आती है. साथ ही बीट पुलिस कर्मियों के द्वार भी कहीं न कहीं लापरवाही बरती गई है. उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस, आईबी और जिले की पुलिस के द्वारा आतंकी मुस्तकीम के घर की तलाशी में विस्फोटक पदार्थ, फिदायीन जैकेट, घड़ियां, छर्रे आदि घातक सामग्री बरामद की गई थी.
वहीं पूछताछ के दौरान मुस्तकीम ने बताया था कि उसने अप्रैल में गांव बढ़या भैसाही के कब्रिस्तान में ही एक विस्फोट कर परीक्षण भी किया था. अरविंद मिश्र ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है. इस घटना के संबंध में क्षेत्र के पुलिसकर्मियों द्वारा कोई भी अभिसूचना संकलित नहीं की गई. उन्होंने बताया कि अभिसूचना संकलन में लापरवाही बरतने के कारण थाना उतरौला में तैनात निरीक्षक अनिल यादव, हल्का प्रभारी उप निरीक्षक शशिभूषण पाण्डेय, बीट आरक्षी कांंस्टेबल रमेश कुमार, बीट आरक्षी पंकज कुमार व एलआईयू के बीट प्रभारी अनिल यादव को उच्च स्तरीय जांंच की अंतरिम जांंच में प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है, जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
गौरतलब है कि बीते दिनों दिल्ली में अबू युसूफ उर्फ मुस्तकीम नाम के आतंकी को दो प्रेशर कुकर बम के साथ एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था. पकड़े गए आतंकी ने पूछताछ में अपना मूल निवास जिला बलरामपुर बताया था. जांच के दौरान उसके घर से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई थी. पूरे मामले को लेकर जिले की पुलिस को भनक भी नहीं थी. यहां तक कि आतंकी ने अपने घर से थोड़ी दूर पर स्थित एक कब्रिस्तान में विस्फोट कर परीक्षण भी किया था.