बलिया: जिले की ग्राम सभा सरया बगडौरा के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम प्रधान के द्वारा किसी प्रकार का आज तक कोई विकास कार्य नहीं किया गया है. विकास कार्य में आए हुए पैसे का बंदरबांट किया जा रहा है. उपस्थित ग्रामीणों द्वारा यह बताया गया ग्राम प्रधान के द्वारा सिर्फ दस्तावेज में विकास कार्य किया गया है. जिसका ऑनलाइन डाटा हम ग्रामीणों के पास उपलब्ध हैं.
ग्रामीणों द्वारा यह बताया गया कि ग्राम प्रधान के द्वारा बाल मजदूरी कराया गया है. छोटे-छोटे बच्चे कोरोना महामारी के चलते बाल मजदूरी मनरेगा के तहत अवश्य किए, लेकिन जिस आवश्यकता के लिए इन बच्चों ने मजदूरी किया. वह मजदूरी आज तक इन बच्चों को नहीं दिया गया. उपस्थित महिला मनरेगा मजदूरों ने बताया कि करीब 200 महिला मजदूरों से ग्राम प्रधान के द्वारा मनरेगा में काम कराया गया. लेकिन आज तक इन्हें भी मजदूरी नहीं दी गई. जिससे इस करोना महामारी में अपने बच्चों एवं परिजन की भोजन के लिए भी लोगों के समस्या उत्पन्न हो गई है.
मजदूरी मांगने पर ग्राम प्रधान के द्वारा यह बताया गया कि आप सबकी मजदूरी कोरोना में सरकार को दान कर दिया गया है. यही नहीं इन मजदूरों का यह आरोप है कि ग्राम प्रधान के द्वारा मजदूरी मांगने पर जेल भेजने की धमकी भी दी जाती है. जिसमें मजदूर अपनी आवाज दबा कर अपने घरों में रह गए हैं.
संदीप गुप्ता द्वारा यह बताया गया की मेरे गांव का सार्वजनिक शौचालय पूर्ण रूप से खंडहर हो चुका था. जिसको मेरे द्वारा किसी प्रकार जनसुनवाई पोर्टल एवं ट्विटर के माध्यम से 2018 में मरम्मत कराया गया. लेकिन ग्राम प्रधान के द्वारा टंकी, टुल्लू ,टोटी के नाम पर पैसे से ले लिया गया, लेकिन शौचालय पर आज तक टंकी नहीं लगाई गई. जिससे गांव के महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
स्थानीय राहुल सिंह ने यह बताया कि विकास कार्य तो ग्राम प्रधान के द्वारा अवश्य किया गया है. लेकिन सिर्फ कागज के पन्नों में धरातल पर तो ग्राम प्रधान के द्वारा सार्वजनिक कुआं एवं जलाशयों को कटवाने का कार्य अपने कुछ साथियों से किया जा रहा है. यही नहीं ग्राम प्रधान के द्वारा स्वयं अपने मकान को पाटकर निर्माण कराया गया है.
इस संबंध में ग्राम प्रधान उमाशंकर प्रसाद द्वारा यह बताया गया कि जलाशय एवं कुएं को पाटने की जानकारी जैसे हमें प्राप्त हुई. मेरे द्वारा एसडीएम रसड़ा एवं 112 नंबर पर सूचना देकर रुकवाने का कार्य किया गया है. इस समय कहीं कुआं एवं जलाशय नहीं पाटा जा रहा है. सब अपनी जगह पर ठीक है.