बलिया : जिले में बुधवार को समाजवादी पार्टी के नेताओं/कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा.
दरअसल, सपाई वाराणसी के राज नारायण पार्क का नाम बदलकर बेनियाबाग किए जाने का विरोध कर रहे थे. इसी बात को लेकर आज सपा के नेताओं/कार्यकर्ताओं ने यूपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्श किया.
विरोध प्रदर्शन कर रहे सपाईयों ने की मांग है कि बदले हुए पार्क का नाम फिर से स्व.राज नारायण के नाम से रखा जाए. प्रदर्शन कर रहे सपा के जिला प्रवक्ता सुनील कुमार पांडे ने बताया कि राज नारायण ने आजादी की लड़ाई से लेकर आपातकाल की लड़ाई तक अगली कतार में रहकर आंदोलन किया था. उन्होंने बेनियाबाग में गुलामी के प्रतीक के रूप में बनी महारानी विक्टोरिया के मूर्ति को तोड़कर पूर्वांचल में स्वाधीनता की मसाल प्रज्वलित की थी.
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बीजेपी की सरकार ने उस क्रांतिकारी राज नारायण का नाम पार्क से हटाकर भारत के स्वाधीनता संग्राम के इतिहास को एवं आंदोलनकारियों के नाम को मिटाने का कुचक्र रचा है. उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे.
यूपी सरकार के पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा कि बीजेपी की सरकार आजादी के महानायकों के नाम हटाकर और स्मृति स्थानों को बदलकर अपने तरीके से इतिहास लिखना चाहती है. जबकि हकीकत है कि बीजेपी की विचारधारा के लोग आजादी की लड़ाई में भी अंग्रेजों के साथ मिलकर आंदोलनकारियों का भेद बताने का काम करते थे.
पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा कि पिछले दिनों पीएम मोदी ने बनारस में विकास के लिए प्रवास किया था. पीएम मोदी ने बनारस का विकास नहीं विनाश किया है. जिसमें मोदी और योगी ने लोकबंधु राज नारायण पार्क को फिर से बेनियाबाग पार्क बनाया दिया है. पार्क का नाम बदलने से पूरे बनारस के लोग आक्रोशित है. लोगों ने इस संबंध में बनारस में कमिश्नर को पत्र भी दिया था. सपा नेता नारद राय ने कहा कि हमारी मांग है कि पार्क का नाम फिर से स्व.राज नारायण के नाम से रखा जाए. साथ ही पीएम मोदी की पट्टी को भी हटाया जाए.
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