बलिया: जिले में लॉकडाउन का एक महीना पूरा होते ही जब ईटीवी भारत ने लोगों से अनुभव, तकलीफ और लॉकडाउन की जरूरत को लेकर बातचीत की. इस दौरान कुछ लोगों ने अपनी कठिनाइयों का भी जिक्र किया, तो वहीं कुछ लोगों ने बताया कि कैसे उनकी दिनचर्या और आजीविका के तौर-तरीकों में बदलाव आ गया है.
शिक्षक ने कहा कि
शिक्षक संदीप कुमार ने ईटीवी भारत से बताया कि देश में लॉकडाउन के बाद से वह घर में काम कर रहे हैं. आज लॉकडाउन का एक महीना पूरा हो गया. इस दौरान कई समस्याएं भी आई, लेकिन ये लॉकडाउन का होना जरूरी था न केवल समाज के लिए बल्कि हम सभी के लिए. लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्रॉम होम में घर वालों का भी सहयोग मिल रहा.
लॉकडाउन में छलका मां का दर्द
वहीं रामपुर महावल नई बस्ती की गृहिणी गीता श्रीवास्तव ने बताया कि आज एक माह से लॉकडाउन है जिसकी वजह से उनका बेटा इलाहाबाद में फंसा हुआ है. वह दसवीं की पढ़ाई हॉस्टल में रहकर कर रहा था. लॉकडाउन की वजह से वह होटल भी बंद हो गया. ऐसी स्थिति में मेरे बेटे को खाना भी नहीं मिल पा रहा है.
लॉकडाउन की घोषणा के बाद उम्मीद थी कि 14 अप्रैल से स्थिति सामान्य हो जाएंगी, लेकिन लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया. हालांकि लोगों को आशा जरूर है कि लॉकडाउन खुलने से स्थितियां जरूर कुछ सामान्य होंगी.