ETV Bharat / state

मंत्री बनने के बाद आनंद स्वरूप की शादी को लेकर उनकी मां ने किया ये खुलासा

उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले आनंद स्वरूप शुक्ला को योगी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद से जिले की भाजपा इकाई में खुशी की लहर है. वहीं आनंद स्वरूप शुक्ला की मां सीता शुक्ला ने कहा कि बेटे को देश की सेवा के लिए विधायक बनाया था, अब वह मंत्री बनकर और भी बेहतर काम कर सकेंगे.

सीता शुक्ला
author img

By

Published : Aug 22, 2019, 10:12 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में बलिया नगर से भाजपा विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल को राज्य मंत्री बनाया गया. इसके बाद मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल की मां ने बेटे को मंत्री बनाए जाने पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि देश सेवा के लिए मैंने बेटे को विधायक बनाया है और अब सरकार ने उन्हें मंत्री बनाकर प्रदेश के विकास करने की जिम्मेदारी दी है.

12वीं कक्षा के दौरान ही राजनीति में आने का बना लिया था मन
आनंद स्वरूप शुक्ला 2017 में पहली बार बलिया नगर से भाजपा विधायक चुने गए. आनंद स्वरूप शुक्ल बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे हैं. 12वीं में ही उन्होंने राजनीति में आने का मन बना लिया था. स्नातक की पढ़ाई बलिया जिले के सतीश चंद्र महाविद्यालय से उन्होंने पूरी की. इसके बाद उन्होंने इसी महाविद्यालय से छात्र संघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष चुने गए.

भाषण में अधिकतर संस्कृत के शब्दों का करते हैं प्रयोग
मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के पिता संस्कृत के प्रकांड विद्वान हैं. उनका लक्षण उनके बेटे आनंद स्वरूप शुक्ल पर साफ दिखाई देता है. जनसभाओं में हो या पार्टी की बैठक में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल हमेशा से ही अपने भाषण में महाभारत के श्लोकों को उदाहरण स्वरूप प्रयोग करते रहे हैं. इतना ही नहीं अपनी बातों को पार्टी कार्यकर्ताओं के दिलों तक पहुंचाने के लिए हमेशा से ही आंकड़ों के साथ तथ्यपरक बातें कर अपनी बात को प्रभावशाली बनाते हैं.

आनंद स्वरूप शुक्ला की मां ने ईटीवी भारत से की बात.

राज्य मंत्री बने आनंद स्वरूप शुक्ल की मां सीता शुक्ला ने बताया कि आज उन्हें बेहद खुशी हुई. बेटे को मंत्री बनाए जाने पर वह गर्व महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि बचपन से ही आनंद स्वरूप पढ़ाई लिखाई में होशियार हैं. स्नातक की पढ़ाई करने सतीश चंद्र कॉलेज पहुंचने पर राजनीति में और सक्रिय होते चले गए. इसके बाद भाजपा का सदस्य होने के बाद युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के लिए वह हमेशा तत्पर रहते थे.

इसे भी पढें- कैबिनेट विस्तार के बाद योगी के मंत्रियों के सामने भ्रष्टाचार मुक्त प्रदर्शन की चुनौती

उन्होंने कहा कि 2017 में पहली बार विधायक बनने के बाद जब मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने उनके पैर छुए तब उन्होंने कहा था कि मैंने आपको विधायक इसलिए बनाया है कि आप देश की सेवा करें. मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मां के आदेश का पालन करते हुए इन ढाई सालों में लगातार अपने क्षेत्र के लोगों के विकास और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए कार्य किया.

देश सेवा के लिए नहीं किया विवाह
मां सीता शुक्ला ने बताया कि घर के सदस्य और मित्रगण मेरे सबसे छोटे बेटे आनंद स्वरूप की शादी को लेकर सवाल करते थे. एक दिन बेटे आनंद ने मां से दो टूक कहा कि मुझे देश सेवा करनी है, इसलिए विवाह के बंधन में नहीं बंधना. इसके बाद मैंने भी कभी उनसे शादी करने का जिक्र नहीं किया.

बलिया: योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में बलिया नगर से भाजपा विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल को राज्य मंत्री बनाया गया. इसके बाद मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल की मां ने बेटे को मंत्री बनाए जाने पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि देश सेवा के लिए मैंने बेटे को विधायक बनाया है और अब सरकार ने उन्हें मंत्री बनाकर प्रदेश के विकास करने की जिम्मेदारी दी है.

12वीं कक्षा के दौरान ही राजनीति में आने का बना लिया था मन
आनंद स्वरूप शुक्ला 2017 में पहली बार बलिया नगर से भाजपा विधायक चुने गए. आनंद स्वरूप शुक्ल बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे हैं. 12वीं में ही उन्होंने राजनीति में आने का मन बना लिया था. स्नातक की पढ़ाई बलिया जिले के सतीश चंद्र महाविद्यालय से उन्होंने पूरी की. इसके बाद उन्होंने इसी महाविद्यालय से छात्र संघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष चुने गए.

भाषण में अधिकतर संस्कृत के शब्दों का करते हैं प्रयोग
मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के पिता संस्कृत के प्रकांड विद्वान हैं. उनका लक्षण उनके बेटे आनंद स्वरूप शुक्ल पर साफ दिखाई देता है. जनसभाओं में हो या पार्टी की बैठक में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल हमेशा से ही अपने भाषण में महाभारत के श्लोकों को उदाहरण स्वरूप प्रयोग करते रहे हैं. इतना ही नहीं अपनी बातों को पार्टी कार्यकर्ताओं के दिलों तक पहुंचाने के लिए हमेशा से ही आंकड़ों के साथ तथ्यपरक बातें कर अपनी बात को प्रभावशाली बनाते हैं.

आनंद स्वरूप शुक्ला की मां ने ईटीवी भारत से की बात.

राज्य मंत्री बने आनंद स्वरूप शुक्ल की मां सीता शुक्ला ने बताया कि आज उन्हें बेहद खुशी हुई. बेटे को मंत्री बनाए जाने पर वह गर्व महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि बचपन से ही आनंद स्वरूप पढ़ाई लिखाई में होशियार हैं. स्नातक की पढ़ाई करने सतीश चंद्र कॉलेज पहुंचने पर राजनीति में और सक्रिय होते चले गए. इसके बाद भाजपा का सदस्य होने के बाद युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के लिए वह हमेशा तत्पर रहते थे.

इसे भी पढें- कैबिनेट विस्तार के बाद योगी के मंत्रियों के सामने भ्रष्टाचार मुक्त प्रदर्शन की चुनौती

उन्होंने कहा कि 2017 में पहली बार विधायक बनने के बाद जब मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने उनके पैर छुए तब उन्होंने कहा था कि मैंने आपको विधायक इसलिए बनाया है कि आप देश की सेवा करें. मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मां के आदेश का पालन करते हुए इन ढाई सालों में लगातार अपने क्षेत्र के लोगों के विकास और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए कार्य किया.

देश सेवा के लिए नहीं किया विवाह
मां सीता शुक्ला ने बताया कि घर के सदस्य और मित्रगण मेरे सबसे छोटे बेटे आनंद स्वरूप की शादी को लेकर सवाल करते थे. एक दिन बेटे आनंद ने मां से दो टूक कहा कि मुझे देश सेवा करनी है, इसलिए विवाह के बंधन में नहीं बंधना. इसके बाद मैंने भी कभी उनसे शादी करने का जिक्र नहीं किया.

Intro:बलिया--योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में बलिया नगर से भाजपा विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल को राज्य मंत्री बनाया गया जिसके बाद मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल की मां ने बेटे को मंत्री बनाए जाने पर खुशी जाहिर की उन्होंने कहा कि देश सेवा के लिए मैंने बेटे को विधायक बनाया है और अब सरकार ने उन्हें मंत्री बनाकर प्रदेश का विकास करने की जिम्मेदारी दी है


Body:12वी कक्षा के दौरान ही राजनीति में आने का नाम बना लिया

अत्यंत सरल विनम्र और शालीन स्वभाव के आनंद स्वरूप शुक्ला 2017 में पहली बार बलिया नगर से भाजपा विधायक चुने गए आनंद स्वरूप शुक्ल बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे हैं बारहवीं की कक्षा में रहते हुए ही उन्होंने राजनीति में आने का मन बना लिया था स्नातक की पढ़ाई बलिया जिले के सतीश चंद्र महाविद्यालय से उन्होंने पूरी इसके बाद ही उन्होंने इसी महाविद्यालय से छात्र संघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष चुने गए

विधायक से मंत्री बने आनंद स्वरूप शुक्ल चार भाइयों और एक बहनों में सबसे छोटे हैं घर में सभी से लाड प्यार मिलने के बावजूद अपने सरल स्वभाव के कारण हमेशा से ही सबके प्रिय रहे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के बाद वे भाजपा युवा मोर्चा में उच्च पद काबिज हुए


भाषण में संस्कृत के शब्दों का करते है अधिकांश प्रयोग

मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के पिता संस्कृत के प्रकांड विद्वान हैं जिनका लक्षण उनके बेटे आनंद स्वरूप शुक्ल पर साफ दिखाई देता है जनसभाओं में हो या पार्टी की बैठक में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल हमेशा से ही अपने भाषण में महाभारत के श्लोकों का उदाहरण स्वरुप प्रयोग करते रहे हैं इतना ही नहीं अपनी बातों को पार्टी कार्यकर्ताओं के दिलों तक पहुंचाने के लिए हमेशा से ही आंकड़ों के साथ तथ्यपरक बातें कर अपनी बात को प्रभावशाली बनाते हैं




Conclusion:राज्य मंत्री बने आनंद स्वरूप शुक्ल की मां सीता शुक्ला बताती हैं कि आज उन्हें बेहद खुशी हुई और बेटी को मंत्री बनाए जाने पर गर्व महसूस कर रही है उन्होंने कहा कि बचपन से ही आनंद स्वरूप पढ़ाई लिखाई में होशियार है स्नातक की पढ़ाई करने सतीश चंद्र कॉलेज पहुंचने पर राजनीति में और सक्रिय होते चले गए भाजपा में सदस्य होने के बाद युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के लिए वह हमेशा तत्पर रहते थे

उन्होंने कहा कि 2017 में पहली बार विधायक बनने के बाद जब मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने उनके पैर छुए तब उन्होंने कहा था कि मैंने आपको विधायक इसलिए बनाया है कि आप देश की सेवा करें मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मां के आदेश का पालन करते हुए इन ढाई सालों में लगातार अपने क्षेत्र के लोगों के विकास और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए हमेशा तत्पर रहे हैं

देश सेवा के लिए नही किया विवाह

इस मौके पर मां सीता शुक्ला ने बेटे आनंद स्वरूप शुक्ल के एक राज का भी खुलासा किया उन्होंने कहा कि घर के सदस्य और मित्रगण मेरे सबसे छोटे बेटे आनंद स्वरूप की शादी को लेकर सवाल करते थे जिस पर एक दिन बेटे आनंद ने मां से दो टूक कहा कि मुझे देश सेवा करनी है इसलिए विवाह के बंधन में नहीं बंधना इसके बाद मैंने भी कभी उनसे शादी करने का जिक्र नहीं किया

बाइट--सीता शुक्ला--मंत्री आनन्द स्वरूप शुकल की माँ

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.