बलिया: 30 मार्च को पेपर लीक मामले में 3 पत्रकारों की रिहाई के लिए चल रहा आंदोलन अब और तेज होता जा रहा है. मंगलवार को कलेक्ट्रेट पर चल रहे क्रमिक अनशन स्थल पर समर्थन देने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता, मैग्सेसे सम्मान से सम्मानित संदीप पांडेय और बैरिया के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह पहुंचे. इन दोनों महान हस्तियों के सामने एक पत्रकार साथी ने अपने खून से पीएम मोदी को खत लिखकर आंदोलन को एकाएक आक्रामक बना दिया है.
भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ (National Journalists Federation of India) उत्तर प्रदेश के प्रांतीय मुख्य महासचिव मधुसूदन सिंह ने 11 अप्रैल से कलेक्ट्रेट बलिया परिसर में चल रहे क्रमिक अनशन के दौरान मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडे और बैरिया के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह की मौजूदगी में अपने खून से प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा. चौथे स्तंभ मीडिया को बचाने और बलिया के भ्रष्ट डीएम और एसपी को निलंबित करने का अनुरोध किया है.
बलिया जिला प्रशासन ने तीन पत्रकारों को पेपर लीक मामले में 30 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मधुसूदन सिंह ने कहा है कि 30 मार्च से लगातार धरना प्रदर्शन और 11 मार्च से क्रमिक अनशन होने के बावजूद राज्य सरकार ने भ्रष्ट जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई न करने और निर्दोष पत्रकारों की रिहाई के आदेश अभी तक नहीं दिए हैं.
उन्होंने कहा कि अब ऐसे हालात में लोकतंत्र को बचाने का संवैधानिक दायित्व प्रधानमंत्री का ही बनता है. वही लोकतंत्र के सभी स्तंभों की रक्षा करें. इसलिए उनसे पूरे देश में चौथे स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया पर हो रहे हमले को रोकने और बलिया में गिरफ्तार निर्दोष पत्रकारों की रिहाई समेत यहां के भ्रष्ट डीएम और एसपी को निलंबित करने की मांग करता हूं. इसके अलावा पूरे प्रकरण और डीएम एसपी की संपत्ति की उच्च स्तरीय जांच की भी उन्होंने मांग की.
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