बलिया: कोविड-19 को लेकर पूरा विश्व चिंतित है. भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 12 लाख के पार पहुंच गई है. प्रतिदिन यह संख्या हजारों में बढ़ती जा रही है. ऐसे में यूपी के बलिया में किल कोरोना अभियान की शुरुआत की है. इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर-टू-डोर जाकर अधिक से अधिक सैंपल एकत्र करने में जुट गयी है. नोडल अधिकारी का कहना है कि इस अभियान से हम लोग अधिक से अधिक कोविड-19 पेशेंट को आइडेंटीफाई कर पाएंगे और उनको आइसोलेट कर इस चेन को तोड़ने में सफल होंगे.
बलिया में कोरोना मरीजों की संख्या 850 से पार हो गई है. जिले में अब सरकारी कार्यालय के बाद जिला जेल में भी कोरोना वायरस फैल चुका है. इसके बाद जिला प्रशासन अब कोविड-19 की चेन को तोड़ने के लिए डोर-टू-डोर पॉजिटिव मरीजों को ढूंढने में निकल चुका है. मुख्यालय के 25 वार्डों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 3 दिन के इस अभियान को शुरू कर दिया है. इसके अंतर्गत प्रत्येक वार्ड में आशा बहू के साथ लैब टेक्नीशियन और चिकित्सकों की टीम कोरोना के संभावित मरीजों की रैपिड डायग्नोसिस किट से टेस्टिंग कर रहे हैं और तुरंत ही रिपोर्ट बताई जा रही है.
उम्र दराज और गंभीर बीमारी के लोगों पर नजर
स्वास्थ विभाग की टीम डोर-टू-डोर सैम्पलिंग कर रही है, जिसमें विशेष तौर पर उम्रदराज लोगों और बीपी, शुगर, किडनी की बीमारी से ग्रसित लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है. इनमें यदि कोई भी कोरोना के लक्षण पाए जा रहे हैं तो इनकी जांच तुरंत की जा रही है. यदि ये लोग पॉजिटिव आते हैं तो इन्हें एल-1 फैसिलिटी सेंटर में भर्ती किया जा रहा है.
5 दिन का चला था सर्वे अभियान
कोविड-19 के जिला नोडल अधिकारी विपिन जैन ने बताया कि कुछ समय पहले हमारी टीम ने 5 दिन तक जिले में ऐसे गंभीर लोगों की एक सूची तैयार की है. कोरोना के संक्रमण की संभावना हो सकती है. साथ ही साथ घर के प्रत्येक सदस्य का डाटा भी एकत्र किया गया है. अब किल कोरोना अभियान के तहत यह टीम इन्हीं लोगों के सैंपल एकत्र करने में जुटी है.
उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए उसके संक्रमण को फैलने से रोकना होगा. इसके लिए टेस्टिंग ही एकमात्र उपाय है, जितनी अधिक मात्रा में टेस्टिंग होगी, उतने ही पॉजिटिव या निगेटिव मामले हमारे सामने आएंगे. इसलिए हम लोग किल कोरोना अभियान को चला रहे हैं. इसमें हमारी आशा बहुएं और स्वास्थ विभाग की टीम घर-घर जाकर टेस्टिंग कर रही हैं और रियल टाइम में डाटा को पोर्टल में अपलोड कर रही हैं. निश्चित रूप से हमें काफी मात्रा में पॉजिटिव केस मिलेंगे, लेकिन लंबे समय में खुद को सुरक्षित रखने के लिए वर्तमान में इस कार्य को करना बहुत आवश्यक है.