बलिया: देशभर में रविवार को जनता कर्फ्यू का असर देखने को मिला. कोरोना वायरस से बचाव के लिए उठाया गया यह कदम काफी सफल रहा. लोग खुद को अपने घर में ही आइसोलेट करते नजर आए. बलिया में सड़कों पर लोग नहीं दिखे. वहीं भीड़भाड़ वाले इलाकों की दुकानें तक नहीं खुली. इतना ही नहीं चाय और पान की दुकानें भी एकदम बंद रहीं.
बलिया में ट्रेन यात्री हुए परेशान. पुलिस की गाड़ियां दिनभर लगाती रहीं गस्तजिला प्रशासन लगातार लोगों को अपने घर में रहने की अपील करता नजर आया. जिले के पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी एक साथ शहर में निकले और लोगों को अपने घर में ही रहने की अपील की. पुलिस की गाड़ियां शहर भर में पेट्रोलिंग करती रहीं जो एनाउंसमेंट कर लोगों को जरूरी काम ना होने पर घर से बाहर न निकलने की सलाह देते रहे.
रेलवे स्टेशन पर नहीं मिला साधनरेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर भी सन्नाटा पसरा रहा. रेलवे स्टेशन परिसर में यात्रियों की संख्या लगभग शून्य रही. इसी बीच अहमदाबाद से दरभंगा जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस बलिया स्टेशन पहुंची, उनमें से यात्री बलिया स्टेशन पर उतरे. यात्री जैसे ही स्टेशन के बाहर निकले उन्हें समस्या का सामना करना पड़ा. स्टेशन के बाहर कोई भी यातायात का साधन उपलब्ध न होने पर यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. कुछ लोग स्टेशन पर ही इंतजार करते नजर आए. वहीं कुछ अपने घरों में संपर्क कर वाहन मंगाए.
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लोग रेलवे स्टेशन पर सोने को मजबूर
पूरे शहर में जनता कर्फ्यू का असर इस कदर हावी रहा कि घंटों इंतजार करने के बाद भी जब यात्रियों को कोई साधन नहीं मिला तो वह पैदल ही कई किलोमीटर दूर अपने घर के लिए प्रस्थान कर गए. यात्री अंजू ने बताया कि उसे बांसडीह रोड अपने गांव जाना है, लेकिन वहां जाने के लिए कोई साधन नहीं है. छोटे-छोटे बच्चों को लेकर उतना दूर पैदल जाना संभव नहीं है इसलिए रेलवे स्टेशन पर ही वे इंतजार करते रहेंगे.