बलिया: जिले के जीएसटी कार्यालय में व्यापारियों ने अधिकारियों पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. व्यापारियों का आरोप है कि अधिकारी ने स्टाफ से फोन करवा कर टैक्स में गड़बड़ी की बात कहते हुए उसमें सुधार के नाम पर बीस हजार से डेढ़ लाख रुपए तक की मांग की हैं. हालांकि इस मामले पर व्यापार कर अधिकारी की ओर से का कोई बयान नहीं आया है.
वित्तीय वर्ष 2018-19 की समाप्ति में महज कुछ दिन ही शेष है. ऐसे में व्यापारियों को अपने जीएसटी के टैक्स जमा करने के लिए जीएसटी कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. ऐसे में जिले के जीएसटी कार्यालय पर व्यापारियों ने असिस्टेंट कमिश्नर पर अवैध रूप से रुपयों की मांग करने का आरोप लगाया.
जीएसटी कार्यालय पर हंगामा कर रहे यूपी मेडिकल स्टोर प्रोपराइटर शमशेर अली ने कहा कि विभाग से फोन कर उनको बुलाया गया और यह कहा गया कि आपका 15-16 के असेसमेंट में गड़बड़ी हो गई है. जिसके चलते आपके ऊपर लगभग साढ़े 6 लाख का टैक्स बनता है. इस पर व्यापारी ने कहा कि इतने रुपए मैं कहां से दे पाऊंगा, जिस पर असिस्टेंट कमिश्नर ने कहा कि आप डेढ़ लाख रुपए दे दीजिए आपका पूरा मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा.
शहर के सीमेंट व्यापारी अश्विनी राय ने भी असिस्टेंट कमिश्नर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा 2015-16 वित्तीय वर्ष का मामला है. इस मामले को लेकर मुझ से दो लाख की मांग की जा रही है और एक नोटिस भेज दिया है जिसमें लिखा है कि आपने टैक्स सही ढंग से नहीं भरा इसलिए आप मुझे दो लाख रुपये दे दीजिए.
इस पूरे प्रकरण के दौरान जीएसटी विभाग के अधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे. हंगामे के दौरान ही सब कार्यालय छोड़ कर चले गए थे. अधिकारियों से फोन पर भी संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनके मोबाइल बंद मिले.