ETV Bharat / state

बलिया: टिड्डी दल के हमले की आशंका, किसान परेशान

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में टिड्डियों के हमले की आशंका को लेकर किसानों में डर बढ़ता जा रहा है. शासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है, जिसके बाद जिला प्रशासन ने एक कमेटी गठित की है, जो किसानों को इससे बचाव के दिशा-निर्देश दे रही है.

etv bharat
टिड्डियों के हमले का बढ़ रहा खतरा.
author img

By

Published : May 30, 2020, 1:08 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: जिले में टिड्डियों के आने की आशंका को लेकर किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. पाकिस्तान से चलकर राजस्थान होते हुए यूपी में प्रवेश कर चुके टिड्डी दल की आशंका से किसानों में खौफ बढ़ता जा रहा है. बुंदेलखंड में फसल नष्ट करने के बाद अब ये अन्य जिलों की ओर बढ़ चुका है. शासन की ओर से एडवाइजरी जारी करने के बाद जिला प्रशासन ने एक कमेटी गठित कर किसानों को इन टिड्डियों से बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

टिड्डियों के हमले का बढ़ रहा खतरा.

टिड्डियों को लेकर किसान परेशान
इन दिनों किसान हरी सब्जियों की खेती कर रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन में उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही. ऐसे में किसानों के सामने टिड्डी दल को लेकर चिंताएं और बढ़ती जा रही हैं. शासन से मिले निर्देश के आधार पर जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. इसके साथ ही एक कंट्रोल रूम भी तैयार किया गया है, जहां किसान इससे जुड़ी समस्याओं को अधिकारियों के सामने रख सकेंगे.

महावीर घाट पर तोरई और लौकी की खेती करने वाले मनोहर साहनी बताते हैं कि विभाग की ओर से निर्देश मिला था, जिसके बाद उन्होंने खेतों में रासायनिक छिड़काव कराया है. अगर छिड़काव नहीं होता तो टिड्डियां फल और फूल चाटकर खा जातीं.

किसानों को इन टिड्डी दलों से बचाव के लिए दो उपाय बताए गए हैं. पहला यांत्रिक उपाय, जिसके तहत किसान टिड्डी वाले स्थानों पर ढोल नगाड़े और थाली बजाएं. दूसरा रासायनिक छिड़काव, जिसके तहत किसान शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक इसका छिड़काव कर सकते है. क्योंकि इस दौरान टिड्डियां पेड़ों पर रुकी रहती हैं, जिससे उनका खात्मा किया जा सकता है.
प्रियानंदा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी

बलिया: जिले में टिड्डियों के आने की आशंका को लेकर किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. पाकिस्तान से चलकर राजस्थान होते हुए यूपी में प्रवेश कर चुके टिड्डी दल की आशंका से किसानों में खौफ बढ़ता जा रहा है. बुंदेलखंड में फसल नष्ट करने के बाद अब ये अन्य जिलों की ओर बढ़ चुका है. शासन की ओर से एडवाइजरी जारी करने के बाद जिला प्रशासन ने एक कमेटी गठित कर किसानों को इन टिड्डियों से बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

टिड्डियों के हमले का बढ़ रहा खतरा.

टिड्डियों को लेकर किसान परेशान
इन दिनों किसान हरी सब्जियों की खेती कर रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन में उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही. ऐसे में किसानों के सामने टिड्डी दल को लेकर चिंताएं और बढ़ती जा रही हैं. शासन से मिले निर्देश के आधार पर जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. इसके साथ ही एक कंट्रोल रूम भी तैयार किया गया है, जहां किसान इससे जुड़ी समस्याओं को अधिकारियों के सामने रख सकेंगे.

महावीर घाट पर तोरई और लौकी की खेती करने वाले मनोहर साहनी बताते हैं कि विभाग की ओर से निर्देश मिला था, जिसके बाद उन्होंने खेतों में रासायनिक छिड़काव कराया है. अगर छिड़काव नहीं होता तो टिड्डियां फल और फूल चाटकर खा जातीं.

किसानों को इन टिड्डी दलों से बचाव के लिए दो उपाय बताए गए हैं. पहला यांत्रिक उपाय, जिसके तहत किसान टिड्डी वाले स्थानों पर ढोल नगाड़े और थाली बजाएं. दूसरा रासायनिक छिड़काव, जिसके तहत किसान शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक इसका छिड़काव कर सकते है. क्योंकि इस दौरान टिड्डियां पेड़ों पर रुकी रहती हैं, जिससे उनका खात्मा किया जा सकता है.
प्रियानंदा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.