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भाजपा और आरएसएस ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया: लक्ष्मण यादव - communist party of india

केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रम की कंपनियों को प्राइवेट हाथों में सौंपे जाने का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. बलिया में कम्युनिस्ट पार्टी ने विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन.
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Published : Oct 17, 2019, 9:28 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में सरकारी कंपनियों के निजीकरण और सरकारी क्षेत्र में प्राइवेट कंपनियों के बढ़ते हस्तक्षेप का विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं. 70 सालों से चली आ रही भारतीय रेल के पहले कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस के संचालन होने के बाद 150 और ट्रेनों को प्राइवेट कंपनी के हाथों में दिए जाने की कवायद तेज हो गई है. इसको लेकर पूरे देश में भाजपा विरोधी पार्टियां विरोध कर रही हैं.

मीडिया से बात करते कम्युनिस्ट नेता.
देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर भी विरोधी पार्टियां भाजपा को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं. बलिया के कलेक्ट्रेट परिसर में कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के फैसलों के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की.

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कम्युनिस्ट नेता लक्ष्मण यादव ने कहा कि इंडियन ऑयल जैसे तेल कंपनी का निजीकरण करने की कवायद शुरू कर दी गई है और इसके बाद गेल जैसी और सरकारी कंपनियों को भी प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी केंद्र सरकार कर रही है. जिसके विरोध में आज हम लोगों ने यह प्रदर्शन किया है.

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उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया था इसलिए यह लोग पाश्चात्य संस्कृति को ज्यादा महत्व देते हैं. यही कारण है कि विदेशी कंपनियों के हाथों एक बार फिर देश को गुलाम बनाने की इनकी कोशिश हो रही है.

बलिया: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में सरकारी कंपनियों के निजीकरण और सरकारी क्षेत्र में प्राइवेट कंपनियों के बढ़ते हस्तक्षेप का विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं. 70 सालों से चली आ रही भारतीय रेल के पहले कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस के संचालन होने के बाद 150 और ट्रेनों को प्राइवेट कंपनी के हाथों में दिए जाने की कवायद तेज हो गई है. इसको लेकर पूरे देश में भाजपा विरोधी पार्टियां विरोध कर रही हैं.

मीडिया से बात करते कम्युनिस्ट नेता.
देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर भी विरोधी पार्टियां भाजपा को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं. बलिया के कलेक्ट्रेट परिसर में कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के फैसलों के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की.

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कम्युनिस्ट नेता लक्ष्मण यादव ने कहा कि इंडियन ऑयल जैसे तेल कंपनी का निजीकरण करने की कवायद शुरू कर दी गई है और इसके बाद गेल जैसी और सरकारी कंपनियों को भी प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी केंद्र सरकार कर रही है. जिसके विरोध में आज हम लोगों ने यह प्रदर्शन किया है.

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उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया था इसलिए यह लोग पाश्चात्य संस्कृति को ज्यादा महत्व देते हैं. यही कारण है कि विदेशी कंपनियों के हाथों एक बार फिर देश को गुलाम बनाने की इनकी कोशिश हो रही है.

Intro:बलिया।
केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रम की कंपनियों को प्राइवेट हाथों में सौंपी जाने का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है बलिया में कम्युनिस्ट पार्टी भाकपा माले सीपीआई ने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की


Body:मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में सरकारी कंपनियों की निजी करण और सरकारी क्षेत्र में प्राइवेट कंपनियों के बढ़ते हुए हस्तक्षेप का विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही है 70 सालों से चली आ रही भारतीय रेल के पहले कारपोरेट ट्रेन तेजस के संचालन होने के बाद 150 और ट्रेनों को प्राइवेट कंपनी के हाथों में दिए जाने की कवायद तेज हो गई जिसको लेकर पूरे देश में भाजपा विरोधी पार्टियां विरोध कर रहे हैं

देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर भी विरोधी पार्टियां भाजपा को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती बलिया के कलेक्ट्रेट परिसर में कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के फैसलों के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की


Conclusion:कमलेश नेता लक्ष्मण यादव ने कहा कि इंडियन ऑल जैसे तिल कंपनी को निजीकरण करने की कवायद शुरू कर दी गई है और इसके बाद देल गेल जैसे और सरकारी कंपनियों को भी प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी केंद्र सरकार कर रही है जिसके विरोध में आज हम लोगों ने यह प्रदर्शन किया है

उन्होंने कहा कि भाजपा या आरएसएस ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया था इसलिए यह लोग पाश्चात्य संस्कृति को ज्यादा महत्व देते हैं यही कारण है कि विदेशी कंपनियों के हाथों एक बार फिर देश को गुलाम बनाने की इनकी कोशिश हो रही है

बाइट--लक्ष्मण यादव---कम्युनिस्ट नेता

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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