बलिया: देश में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन कर लोगों को घरों में रहने की अपील की. बावजूद इसके लगातार लोग घरों से निकल रहे हैं. बलिया में मासूम बच्चों ने खेल-खेल में लोगों को संदेश देने की मुहिम शुरू की है. एक छोटे से नाटक को लोग सोशल मीडिया में खूब पसंद कर रहे हैं.
पांच मासूम बच्चों द्वारा इस नाटक को प्रस्तुत किया गया, जिसे कक्षा 9 में पढ़ने वाली एक छात्रा ने निर्देशित किया. इन बच्चों में एक बच्चा कोरोना का किरदार निभाता है, जो घर के बाहर खेल रहे दो मासूम बच्चों को पकड़ने की कोशिश करता है. वहीं दो छोटी बच्चियां अपने घरों में हैं. दोनों बड़ी मासूमियत से कोरोना से पूछती हैं कि क्या आप हमें भी पकड़ लेंगे. कोरोना जवाब देता है- नहीं. मैं उन लोगों को पकड़ता हूं, जो घर से बाहर घूमते हैं.
इस दौरान कोरोना ने खुद से बचाव के उपाय भी बताए. बच्चों का नाटक अपने आप में बहुत कुछ संदेश लोगों तक पहुंचा रहा है. लोग खुद को घर में सुरक्षित महसूस करें, इसलिए सरकार ने भी लोगों को घर में रहने की हिदायत दी है.
कोरोना का किरदार निभा रहे अथर्व चौबे ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री लोगों को घर में रहने की बात कह रहे हैं. पुलिस वाले लोगों को घर में रहने के लिए बोल रहे हैं. मीडिया कर्मी भी लोगों को लगातार घर में रहने के लिए बता रहे हैं, लेकिन फिर भी कुछ लोग शहर में घूमते नजर आ रहे हैं. कोई कहीं जाने का बहाना कर रहा है तो कोई अपने रिश्तेदार के यहां, लेकिन किसी को देश बचाने की चिंता नहीं है.
नाटक को निर्देशित करने वाली कक्षा नौ की छात्रा युतिका ने बताया कि लोग किस तरह की गलती कर रहे हैं, यह उन्हें नहीं पता. लॉकडाउन होने के बाद भी लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. लोगों को मतलब नहीं कि क्या हो रहा है. देश के नागरिक होने के नाते वह अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझ रहे हैं.
छात्रा ने बताया कि जो पुलिस पहले लाठी से बात करती थी, वह हमसे रिक्वेस्ट कर रही है कि हम अपने अपने घरों में रहे. हम लोगों के सामने इटली, चीन, अमेरिका जैसे कई उदाहरण हैं, जहां कोरोना वायरस से हजारों लोगों की मृत्यु हुई है, तो वहीं लाखों लोग इससे संक्रमित हो गए हैं. बावजूद इसके लोग घरों में रहने को तैयार नहीं है.
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