बलिया: जनपद के रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के छितौनी स्थित श्री वासुदेव अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां रसड़ा तहसील क्षेत्र के रोहाना गांव निवासी प्रवीण सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पत्नी की डिलीवरी होने वाली थी, जिसमें वासुदेव अस्पताल के डॉ प्रीति सिंह ने उनकी डिलीवरी छोटा ऑपरेशन करके कराई और महिला और उसके बच्चे को सही सलामत घर भेज दिया, लेकिन कुछ दिन बाद महिला के टांके से रिसाव होने लगा.
डॉक्टर की लापरवाही के चलते महिला की हालत गंभीर
अपनी समस्या के संबंध में महिला ने जब फिर डॉ प्रीति सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने उसे मऊ के लिए रेफर कर दिया. परिजनों का आरोप है कि मऊ के चिकित्सकों ने मरीज की जांच कर सीधे लखनऊ केजीएमसी जाने को कहा. मऊ के डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर की लापरवाही से महिला की मलाशय की नस कट गई है. जिससे उनकी स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है. परिवार ने आनन-फानन में मरीज को लेकर लखनऊ पहुंचे, जहां पर उनकी आते बाहर निकाल दी गई हैं और उनके मलाशय का ऑपरेशन किया गया है. घटना से परिवार के लोग काफी परेशान हो गए हैं.
परिवार वालों ने श्री वासुदेव हॉस्पिटल की शिकायत जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों से की, लेकिन अभी तक पीड़ित परिवार की किसी अधिकारी ने फरियाद नहीं सुनी है और ना ही हॉस्पिटल पर कोई कार्रवाई की गई है. वहीं जब वासुदेव हॉस्पिटल के डॉक्टर रूपेश कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने हॉस्पिटल प्रशासन की तरफ से कोई लापरवाही नहीं होने की बात कही और बताया कि मरीज की लापरवाही से टांके में जख्म बन गया है. जिस वजह से यह दिक्कत आई है.