बलिया: जिले की रसड़ा पुलिस और एसटीएफ की टीम ने मिलकर एक लाख के इनामी बदमाश हरीश पासवान को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. इस बारे में जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक नागेश उपाध्याय ने बताया कि हरीश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देकर भाग रहा था. वह वाराणसी से बलिया की तरफ भाग निकला था. कोतवाली इलाके के नींबू चट्टी के पास पहुंचा ही था कि एसटीएफ और हरीश पासवान की मुठभेड़ हो गयी. इस दौरान पुलिस ने हरीश पासवान को मार गिराया.
यूपी एसटीएफ ने आज जब उसे के रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के नींबू मोड़ पर घेरने की कोशिश की तो उसने फायरिंग कर दी, जिसकी जवाब में पुलिस की कार्रवाई में अंतरराज्यीय शातिर अपराधी हरीश पासवान मुठभेड़ में ढेर हो गया. अपराधी हरीश पासवान के खिलाफ राज्य के यूपी, झारखंड, बिहार व छत्तीसगढ़ समेत चार राज्यों में कुल 32 मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या के आठ मामले हैं. इसके अलावा लूट, फिरौती, रंगदारी व फिरौती के लिए अपहरण जैसे संगीन मामले भी शामिल हैं.
बताते हैं हरीश के खिलाफ पहला मुकदमा लूट सहित अन्य आरोपों में साल 2004 में दर्ज किया गया था. इसके बाद जरायम जगत में उसने वारदातों को अंजाम देना शुरू किया तो लोगों में खौफ कायम हो गया. एक दिन पहले ही हरीश के ऊपर इनाम की धनराशि बढ़ाकर एक लाख रुपये की गई थी.
हरीश पासवान बलिया जिले के हल्दी थाना क्षेत्र के बाबूबेल गांव का रहने वाला था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पासवान ने बैरिया थाना क्षेत्र के बैरिया कस्बे में सात जुलाई, 2020 को जिला पंचायत के पूर्व सदस्य जलेसर सिंह उर्फ बलवीर सिंह की हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही पुलिस व एसटीएफ को उसकी तलाश थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हरीश पासवान ने पिछले दिनों एक व्यापारी को फोन पर धमकी देकर दस लाख रुपये रंगदारी की मांग की थी. उन्होंने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन बृज भूषण ने पासवान की गिरफ्तारी पर गत एक सितंबर को एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था.
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