बलिया: जिले के प्राथमिक विद्यालय सवन पर तैनात थप्पड़बाज दबंग प्रधानाध्यापिका रंजना पांडे पर कार्रवाई की गई है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है. बता दें कि 9 मार्च को नारी शक्ति कार्यक्रम में प्रधानाध्यापिका ने एक पुरुष शिक्षक को मंच पर बहस के दौरान थप्पड़ और चप्पल से पीट दिया था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस मामले में तीन खंड शिक्षाधिकारियों से जवाब तलब किया गया है.
ब्लाक संसाधन केन्द्र चिलकहर पर बीते 9 मार्च 2022 को नारी चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में क्षेत्र के तमाम पुरुष और महिला शिक्षक मौजूद थे. इस दौरान आरोपी प्रधानाध्यापिका रंजना पांडे ने मंच के संचालक से माइक छीन लिया और अपनी बात कहने लगीं. मंच पर दबंगई देख सहायक अध्यापक मानवेन्द्र सिंह समेत कुछ शिक्षकों ने विरोध किया. इस पर भड़कीं रंजना पांडे ने आपा खो दिया और शिक्षक मानवेन्द्र सिंह को थप्पड़ जड़ दिया.
प्रधानाध्यापिका रंजना पांडे यहीं नहीं रुकीं, शिक्षकों के बीच-बचाव के बावजूद दबंग शिक्षिका ने शिक्षक को धमकी दी और चप्पल से पीटना शुरू कर दिया. घटना का वीडियो सामने आने के बाद बीएसए शिवनारायण सिंह ने संज्ञान लेते हुए दो खण्ड शिक्षा अधिकारियों की जांच समिति गठित कर रिपोर्ट तलब की. जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने प्राथमिक विद्यालय सवन राजभर बस्ती की प्रभारी प्रधानाध्यापिका रंजना पांडेय व प्राथमिक विद्यालय डान्देपुर के सहायक अध्यापक मानवेन्द्र सिंह को निलंबित कर दिया है.
बीएसए शिवनारायण सिंह ने जांच टीम में शामिल दो खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ ही सम्बंधित क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी से मारपीट की घटना में स्पष्टीकरण भी तलब किया है. इनमें खण्ड शिक्षा अधिकारी चिलकहर वंशीधर श्रीवास्तव के अलावा खण्ड शिक्षा अधिकारी अवधेश कुमार राय व धर्मेन्द्र कुमार शामिल हैं. बीएसए की इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है.
यह भी पढ़ें- मैच हारने के बाद कोच ने कमरे में बंद कर खिलाड़ियों को छड़ी और बेल्ट से की जमकर पिटाई
निलम्बन अवधि में मानवेन्द्र सिंह को कम्पोजिट विद्यालय पाण्डेयपुर तथा प्रभारी प्रधानाध्यापिका रंजना पांडेय को प्राथमिक विद्यालय भरथीपुर से सम्बद्ध किया है. निलम्बन अवधि में इन्हें वित्तीय नियम खण्ड- 2 भाग 2 से 4 के मूल नियम 53 को प्राविधानों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि देय होगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप