बलिया : जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक खड़क बहादुर ने ढाई लाख रुपये जीपीएफ के निकालने के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजेश कुमार पांडे से रिश्वत की मांग की थी. उनकी शिकायत पर वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने वरिष्ठ लिपिक को गिरफ्तार किया है.
क्या है मामला
- बुधवार दोपहर एंटी करप्शन टीम बलिया पहुंची. टीम ने शिकायतकर्ता के माध्यम से केमिकल लगे दो हजार के नोट को डीआईओएस कार्यालय के बाबू खड़क बहादुर को दिलवाया.
- जैसे ही खड़ग बहादुर ने नोट को अपने हाथो में लिया तुरन्त ही एंटी करप्शन टीम ने उसे पकड़ लिया और उसके हाथ को धुलवाने पर लाल रंग आ गया.
- इसके बाद टीम ने उनको गिरफ्तार कर लिया.
राजेश कुमार ने अपने जीपीएफ से ढाई लाख रुपये निकालने के लिए डीआईओएस कार्यालय के माध्यम से आवेदन किया था. जो आजमगढ़ के जेडी ऑफिस से पास होकर आ गया था, लेकिन विभाग में कार्यरत वरिष्ठ लिपिक खड़क बहादुर ने इनसे दस हजार की मांग की थी. जिसके बाद पीड़ित ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए मामले को दो हजार में तय किया और बनारस के एंटी करप्शन टीम में शिकायत की थी.
आज हम लोगों ने सेलापथिलीन पाउडर लगाकर पीड़ित के माध्यम से आरोपी बाबू को रुपये दिए. ये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए हैं. इनके हाथ धुलाए गए तो उनका हाथ रंगीन हो गया. आरोपी बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
-सुरेश चंद्र दुबे, प्रभारी एंटी करप्शन टीम, वाराणसी