बलिया : जनपद के मनियर चेयरमैन की पत्नी अनीता गुप्ता 31 अक्टूबर को जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर डीएम से मुलाकात की. इस दौरान डीएम को पत्र सौंपकर मणि मंजरी राय मौत मामले में जिला अधिकारी से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की.
जानें क्या है पूरा मामला-
बलिया जनपद में मनियर अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय की 6 जुलाई 2020 को उनके आवास पर फंदे से लटकता उनका शव मिला था. जिसमें माननीय चेयरमैन भीम गुप्ता मुख्य आरोपी थे. मामले में भीम गुप्ता ने न्यायालय के समक्ष 28 अक्टूबर 2020 को आत्मसमर्पण कर दिया है. जिसके बाद भीम गुप्ता की पत्नी अनीता गुप्ता अपने साथियों के साथ 31 अक्टूबर को जिला अधिकारी कार्यालय पहुंच गई. जहां उन्होंने जिला अधिकारी श्रीहरि प्राताप शाही से कहा कि राजनीतिक द्वेष के चलते उनके पति को फंसाया जा रहा है. उन्होंने डीएम से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की.
'मेरे पति को फंसाया जा रहा'
मनियर चेयरमैन की पत्नी अनीता गुप्ता ने बताया कि राजनैतिक द्वेष के कारण केस को दूसरी तरफ मोड़ के उनके पति को फंसाया जा रहा है. यह मृतका के प्रेम-प्रसंग का मामला है. उन्होंने बताया कि जो बैरिया के तहसीलदार अजय सिंह का लिखित बयान है उससे यही लग रहा है कि यह एक प्रेम-प्रसंग था. उन्होंने बताया कि उनके पति को फंसाया गया है. उनका ये भी कहना था कि उनके पति पर कुछ टेंडर का आरोप लगाया गया था, उसी आधार पर उनको फंसाया गया है. वर्तमान चेयरमैन एवं मणि मंजरी दोनों की सहमति से उनके पति का टेंडर निरस्त किया गया था. इसी को आधार बनाकर उनके पति पर नामजद एफआईआर दर्ज किया गया था, जो पूरी तरह से निराधार है.
उन्होंने स्पष्ट रूप से यह बताया कि उन्होंने ये मांग की है कि इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा किया जाए.