बलिया: उत्तर प्रदेश सरकार गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए 27 जनवरी से प्रदेश के 2 शहरों से गंगा यात्रा की शुरुआत करने जा रही है. यह यात्रा बलिया की बैरिया विधानसभा क्षेत्र के दुबे छपरा गांव से शुरू होगी. 41 ग्राम पंचायतों से होते हुए यात्रा गाजीपुर के लिए प्रस्थान करेगी. इसके लिए गंगा ग्राम को पूरी तरह से ओडीएफ करने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत में आज भी लोगों के पास शौचालय नहीं है और वह खुले में शौच करने को मजबूर हैं.
गंगा की सफाई करने के लिए लोगों को प्रेरित करना अत्यंत आवश्यक है. इसके लिए गंगा यात्रा निकाली जा रही है. बलिया जिले में 92 किलोमीटर की दूरी गंगा यात्रा के माध्यम से पूरी की जाएगी. 27 जनवरी को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल इस यात्रा की शुरुआत करेंगे, जिसके लिए तैयारियां की जा रही है. गांव में किसी भी तरह से कोई कमी न रहे, इसकी जिम्मेदारी ग्राम समिति के सदस्य को सौंपी गई है.
कई परिवारों के घर में नहीं हैं शौचालय
बैरिया इलाके से आरंभ होने वाले गंगा यात्रा को लेकर सभी 41 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त करने का प्रशासन दावा कर रहा है, लेकिन हकीकत में लोगों के पास आज भी शौचालय उपलब्ध नहीं है. बैरिया विधानसभा क्षेत्र के गोपालपुर गांव में प्रवेश द्वार के पास ही गांव को खुले में शौच मुक्त करने का होर्डिंग भी लगा दिया गया है, लेकिन कई ग्रामीणों के घर आज भी शौचालय नहीं हैं. जिसकी वजह से उनको गंगा नदी के किनारे या बंधे के पास शौच के लिए जाना पड़ता है.
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एमआईएस में जिन लोगों के नाम थे, उनके शौचालय बना दिए गए हैं. गांव में किसी का शौचालय शेष नहीं है. गांव में 1000 परिवार हैं. बाढ़ के दौरान 50 लोगों के मकान ढह गए, उनके पास भी शौचालय था. बहुत से लोगों के पास अपना निजी शौचालय बना हुआ है, अब कोई शेष नहीं रहा.
-मनोज यादव, ग्राम प्रधान
पूरे उत्तर प्रदेश में जितने भी गंगा ग्राम हैं, वह ओडीएफ हो गए हैं. वहां कोई भी खुले में शौच करने नहीं जाता, यह सारी बातें धरातल पर सही है.
-अनिल राजभर, प्रदेश दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री