बलिया: जिला कारागार में तीन कैदियों के बीच मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी जेलर और तीन बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं इस मामले में जेल मुख्यालय की ओर से जेल अधीक्षक और जेलर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
बता दें कि 21 जुलाई को जिला कारागार में बंद कैदी धर्मेंद्र यादव को तीन अन्य कैदी अंकित गुप्ता,सोनू यादव और रोहित वर्मा ने जमकर पिटाई की. जेल से ही किसी ने मारपीट का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि तीन कैदी एक अन्य कैदी की चप्पलों से जमकर पिटाई कर रहे हैं. वहीं जेल प्रशासन की ओर से वायरल वीडियो को जून माह का बता कर जांच करने की बात कही गई थी.
इसके बाद डीजी जेल ने पूरे मामले की जांच के लिए गोरखपुर रेंज के प्रभारी डीआईजी को मौके पर भेजा था. प्रभारी डीआईजी रामधनी ने मामले की जांच कर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी. जिसके बाद डीजी जेल ने बलिया जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही मानते हुए डिप्टी जेलर बाबू राम यादव और तीन बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया.
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन कर सवाल खड़े होने लगे थे. जांच में जिला कारागार के जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य और जेलर डॉ. विनय कुमार को जेल में अनुशासन बनाए रखने में लापरवाह पाया, जिस कारण दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
जेल में समय-समय पर जिला प्रशासन द्वारा औचक निरीक्षण किया जाता है.कैदियों के पास कोई प्रतिबंधित सामान तो नहीं है लेकिन हर बार निरीक्षण के बाद आला अधिकारी सब कुछ सामान्य बताते रहें. वायरल वीडियो के सामने आने के बाद इस बात की पुष्टि हो गई कि जेल में मोबाइल का प्रयोग किया जा रहा है.