बलियाः कोरोना वायरस के कारण देश मे लॉकडाउन घोषित किया है. ऐसी दशा में हमारे खान-पान का सामान भी सुरक्षित होने चाहिए. बलिया में डेयरी संचालक चंद्रप्रकाश सैनिटाइजेशन प्रक्रिया अपनाकर दूध की बिक्री कर रहे हैं.
जिले के परिखरा गांव के चंद्र प्रकाश सिंह अपनी गायों को न केवल सैनिटाइज करते हैं बल्कि उनके थन से दूध हाथों से नहीं बल्कि मशीन से निकालते हैं. दूध निकालने की यह प्रक्रिया ग्राहकों को भी पसंद आ रही है.
बलिया के मॉडल तहसील क्षेत्र के परीखरा गांव में निजी डेयरी संचालक चंद्र प्रकाश सिंह रहते हैं. इनके पास देसी नस्ल की 10 गाय हैं. जो प्रतिदिन 100 लीटर से अधिक दूध देती हैं. इन गायों को पानी से नहलाया जाता है. उसके बाद इन सभी को बारी-बारी से सैनिटाइज कर उनके दूध दुहने की प्रक्रिया आरम्भ की जाती है.
दूध दुहने के लिए मशीन का प्रयोग किया जाता है. चंद्रप्रकाश बताते हैं कि इस प्रक्रिया से दूध निकालना सुरक्षित होता है. साथ ही मशीन से 6 से 7 लीटर दूध महज 5 मिनट में निकाल लिया जाता है.
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डेयरी के संचालक चंद्रप्रकाश सिंह बताते हैं कि वह पहले गुजरात में रहते थे, जहां पर मिलकिंग का कार्य मशीन से किया जाता है. इसे वर्तमान समय में बलिया में किया जा रहा है. इसके प्रयोग से संक्रमण का खतरा बहुत कम हो जाता है. यह महंगा है और ग्राहकों के लिए स्वास्थ्यवर्धक है. ग्राहक भी आश्वस्त है कि यहां का दूध किसी प्रकार का संक्रमित नहीं है.
चंद्र प्रकाश के इस काम में उनकी पत्नी सुषमा सिंह भी पूरी मदद करती हैं. प्रतिदिन 10 घंटे की मेहनत के बाद ही शुद्ध दूध मिल पाता है. सुषमा सिंह बताती है कि मशीन से मिलकिंग करने से काफी मदद मिल जाती है. सबसे पहले तो बीमारी से संक्रमित होने का डर नहीं रहता. इसके अलावा मशीन से दूध निकालने के कारण हाथ भी नहीं दुखते. इसके साथ ही ग्राहक भी निश्चिंत रहते हैं कि यहां साफ-सफाई है.