बहराइचः वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी डीके सिंह ने एक ट्रक अवैध बेशकीमती खैर की लकड़ी बरामद करने में सफलता हासिल की है. उन्होंने बरामद खैर की लकड़ी की कीमत 15 लाख रुपये बताई. उनका कहना है कि यह बेशकीमती और दुर्लभ लकड़ी कत्था और पेंट बनाने के काम आती है. उन्होंने बताया कि बरामद लकड़ी ट्रक के माध्यम से बलरामपुर से हरियाणा भेजी जा रही थी. वन विभाग ने ट्रक को सीज कर दिया है. जबकि ट्रक के ड्राइवर, क्लीनर और एक अन्य व्यक्ति को जेल भेज दिया गया है.
क्षेत्राधिकारी डीके सिंह ने बताया कि वन विभाग को सूचना मिली कि एक बड़े ट्रक में भारी तादाद में खैर की अवैध लकड़ी ले जाई जा रही है. इस आधार पर उन्होंने वन विभाग की टीम के साथ बहराइच-बलरामपुर मार्ग ट्रक को रोककर पूछताछ की गई. पूछताछ में ट्रक चालक और उत्सव सवाल एक अन्य व्यक्ति लकड़ी का कोई वैध कागजात नहीं पाए. जिस आधार पर ट्रक को सीज करने के बाद चालक, क्लीनर व एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
पूछताछ के दौरान बताया गया कि यह लकड़ी बलरामपुर से हरियाणा भेजी जा रही थी. वन क्षेत्राधिकारी डीके सिंह ने बताया कि इस बेशकीमती दुर्लभ लकड़ी का उपयोग कत्था बनाने में तथा पेंट बनाने में किया जाता है. इसलिए इसकी कीमत अन्य लकड़ी की अपेक्षा काफी अधिक है. उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए गए सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है. अभियुक्तों की ओर से बताए गए बिंदुओं के आधार पर वन विभाग व पुलिस की टीम अग्रिम कार्रवाई कर रही है.