बहराइचः जिले में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया. रुपईडीहा थाना क्षेत्र के चितरहिया दुविधापुर में भैंस चराने गए 3 बच्चों की एक गड्ढे में डूबकर मौत हो गई. हादसे में क्षेत्र में मातम का माहौल है, वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. हालांकि पुलिस अभी इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की है.
बता दें कि चितरहिया दुविधापुर में ईंट-भट्ठा संचालित हो रहा है. चितरहिया दुविधापुर के जंग बहादुर का पुत्र हरिओम (11), आशुतोष की 10 वर्षीय पुत्री दीपांशी और अरुण त्रिपाठी का 12 वर्षीय पुत्र सौरभ त्रिपाठी रविवार को भट्ठे के पास भैंस चराने गए थे. इस दौरान यहां पर खोदे गए गड्ढे में मवेशी चले गए. बच्चे जब अपने भैंसों को देखने गड्ढे के पास पहुंचे तो उनका पैर फिसल गया और पानी में गिर गए. पानी में गिरते ही बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया. चीख-पुकार सुनकर आसपास मौजूद लोग भागकर जब तक मौके पर पहुंचते, तब तक तीनों पानी में डूब चुके थे.
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घटना की जानकारी जैसे ही परिवारजन और ग्रामीणों को मिली तो मौके पर भीड़ एकत्र हो गई. इसके बाद कड़ी मशक्कत करके बच्चों को पानी भरे गड्ढे से बाहर निकाला गया. बेसुध पड़े बच्चों को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. तीन बच्चों की मौत से पूरा गांव सदमे में है. ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते बच्चों की गड्ढे में डूबकर मौत हुई है.
वहीं, इस मामले में थानाध्यक्ष अशोक कुमार से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने घटना से अनभिज्ञता जाहिर की. बाबागंज पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर हुई तीन बच्चों की मौत के मामले में चौकी इंचार्ज और अन्य पुलिस कर्मी भी लापरवाह नजर आए. शायद यही कारण है कि थानाध्यक्ष को घटना की जानकारी तक नहीं हुई. वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अशोक कुमार ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी.