बहराइचः लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों से कई किलोमीटर से पैदल चलकर वापस आ रहे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए बड़ी संख्या में लोग सामने आ रहा है. जिले की छात्रा यशस्वी मोदी ने समाज सेवा की अनूठी मिसाल पेश की है. छात्रा ने फेरी लगाकर चप्पल बेचने वाले वृद्ध से सारी चप्पलें खरीद लीं और उनको प्रवासी मजदूरों और उनके परिजनो में बांट दिया.
छात्रा ने पेश की मानवता की मिसाल
प्रवासी मजदूरों को नंगे पांव देखकर जिले की एक छात्रा का दिल भर आया. छावनी निवासी कपड़ा व्यापारी ज्योति मोदी की पुत्री यशस्वी मोदी ने बताया कि उनके घर के सामने एक वृद्ध फेरी लगाकर चप्पलें बेचने का काम कर रहा था. अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह बैठकर रोने लगा. उसने अपने दूसरे साथी से घर चलने की बात कही. यह बात सुनकर यशस्वी मोदी ने वृद्ध बीमार फेरीवाले की सारी चप्पलें खरीद लीं और उन्हें प्रवासी मजदूरों में बांट दिया.
छात्रा यशस्वी मोदी ने बताया कि वह कई दिनों से बहुत से प्रवासी मजदूरों को नंगे पैर आते जाते देख रही थी. तभी उसके मन में यह विचार आया कि क्यों न इन्हें चप्पल उपलब्ध कराई जाएं. ताकि तपती सड़क पर चलने में इन्हें राहत मिले. उसने उन चप्पलों को खरीदकर हरिशंकर मित्तल चैरिटेबल ट्रस्ट को दे दिया. ताकि नंगे पैर चल रहे प्रवासी मजदूरों की मदद हो सके.