बहराइच: जिले में लॉकडाउन ने औद्योगिक इकाइयों पर विराम लगा दिया था. ढील के बावजूद औद्योगिक इकाइयां पहले जैसी रफ्तार नहीं पकड़ पा रही हैं. जिले में छोटी-बड़ी मिलाकर 1480 औद्योगिक इकाइयां पंजीकृत हैं लेकिन सोशल डिस्टेंस और कच्चे माल की आपूर्ति सुचारू ढंग से नहीं हो पाने के कारण औद्योगिक इकाइयां पहले की तरह रफ्तार नहीं पकड़ पा रही हैं.
बहराइच की बड़ी औद्योगिक इकाइयों में नानपारा चीनी मिल, परसेंडी चीनी मिल, पारले चीनी मिल और चिलवरिया चीनी मिल शामिल हैं. पेराई का समय खत्म होने के कारण चारों चीनी मिल बंद हो गई हैं. अब इनका संचालन नवंबर से शुरू किया जाएगा. इसके अलावा सपना फ्लोर मिल, आरोह फूड प्रोजेक्ट, गंगा मिल, अवध साल्वेक्स, ईंट भट्टे और छोटे उद्योगों में बिस्कुट, नमकीन, ब्रेड, आदि का उत्पादन हो रहा है.
बीते दो महीने से लॉकडाउन ने जिले की औद्योगिक इकाइयों पर विराम लगा दिया था. बाद में कुछ ढील मिलने पर फैक्ट्रियों का संचालन शुरू हुआ, लेकिन अभी भी माहौल पहले जैसा नहीं है. सिंह ब्रिक फील्ड के प्रोपराइटर सुनील सिंह का कहना है कि कच्चे माल की आपूर्ति प्रभावित है. साथ ही मजदूरों के कम होने के कारण ईंटों की पथाई पहले जैसी नहीं हो पा रही है. बहराइच में दाल उद्योग में भी काम शुरू हुआ है. उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ महीनों में जिले के औद्योगिक क्षेत्र में फिर से पहले जैसी सामान्य स्थिति होगी.