बदायूं: लॉकडाउन में सरकार की तरफ से गरीब, मनरेगा श्रमिकों को निशुल्क राशन वितरण का आदेश दिया गया था. सरकार का उद्देश्य था कि कोई भी राशन कार्ड धारक या अन्य पात्र भूखा न सोए. इसलिए निशुल्क राशन बांटने की व्यवस्था कराई थी, लेकिन कुछ कोटेदार गरीबों के हक का अनाज खुद डकार जाने की फिराक में हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला है दातागंज कोतवाली क्षेत्र के ग्राम समरेर में, जहां कोटेदार रेनू पति श्याम कुमार अपनी मनमानी कर रहा था.
कोटेदार ने प्रधान प्रतिनिधि को पीटा
कोटेदार की मनमानी, घतौली और अवैध वसूली पर लोगों ने प्रधान प्रतिनिधि के साथ मिलकर उच्च अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई थी. इसलिए वह संबंधित सभी पीड़ित कार्ड धारकों और प्रधान प्रतिनिधि से रंजिश मानने लगा. वहीं कुछ दिनों बाद कोटेदार अपने समर्थकों सहित शिकायतकर्ता प्रधान प्रतिनिधि पर लाठी-डंडे से जानलेवा हमला कर दिया, जिससे उसे गंभीर चोटे आई हैं.
पुलिस कार्रवाई करने में बरत रही कोताही
पीड़ित प्रधान प्रतिनिधि ने मारपीट की शिकायत दातागंज पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस ने कोटेदार के साथ आर्थिक साठगांठ कर हल्की धाराओं में एनसीआर ही दर्ज की है. प्रधान प्रतिनिधि के सिर और पैर में गंभीर चोटे आई हैं. वहीं घायल को पुलिस ने सीएचसी दातागंज में भर्ती कराया था, जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
कोतवाल ने पत्रकार को फटकारा
पीड़ित ने बताया कि उसने अंतोदय कार्ड धारकों से अवैध वसूली और पात्रता गृहस्ती के कार्ड धारकों को राशन में घटतौली करने को लेकर शिकायत की थी. इसी बात से खफा कोटेदार ने उस पर जानलेवा किया है. वहीं दातागंज कोतवाल संजय सिंह ने इस मसले पर कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं समझा, बल्कि सवाल पूछने पर पत्रकार को जवाब में जांच की नसीहत दे डाली.