बहराइच : जिले के कतर्नियाघाट संरक्षित वन्य जीव प्रभाग से सटे गांवों में वन्यजीवों का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला कोतवाली मूर्तियां क्षेत्र के बगुलईहा फार्म का है. जहां मवेशी चराने गए ग्रामीण पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया. मगरमच्छ के हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गया. आसपास के ग्रामीणों ने मगरमच्छ के जबड़े से किसी तरह ग्रामीण को छुड़ाया.
बहराइच के कतरनिया घाट संरक्षित वन जीव प्रभाग से सटे ग्रामीण इलाकों में वन्यजीवों के बढ़ते हमलों से ग्रामीण भयभीत हैं. बाघ, तेंदुए, हाथी और मगरमच्छ के हमलों से दर्जनों ग्रामीण शिकार हो चुके हैं. ताजा मामला कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग स्थित बगुलिहा फार्म का सामने आया है. जहां कोतवाली मूर्तियां क्षेत्र के हरखापुर निवासी निसार (55) पुत्र मंदसौर भैंस चराने बगलिया फार्म गये थे. वहां से लौटते समय त्रिमुहानी घाट नाला पार करते समय उन पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया. जब तक मगरमच्छ उन्हें खींचकर गहरे पानी की ओर ले जाता, शोर सुनकर आसपास के ग्रामीणों ने दौड़कर उन्हें मगरमच्छ के चंगुल से छुड़ाया.
मगरमच्छ के हमले में ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. उन्हें तत्काल उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर में भर्ती कराया गया. जहां उनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. डीएफओ जीपी सिंह ने बताया कि मगरमच्छ के हमले की सूचना मिली है. वन विभाग की टीम को भेजा जा रहा है. ग्रामीणों से अपील की गई है कि वह जंगल और जंगल में स्थित नदी नालों के आसपास से गुजरते समय सावधानी बरतें. उन्होंने ग्रामीणों को सलाह दी कि वह बिना अनुमति जंगल में न जाएं. साथ ही मवेशियों को भी जंगल में चरने न जाने दें.