बहराइचः राष्ट्रीय बालिका दिवस पर महिला महाविद्यालय में दो दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. सदर विधायक अनुपमा जायसवाल व नानपारा विधायक माधुरी वर्मा, उ.प्र. राज्य महिला आयोग की सदस्य मनोरमा शुक्ला, अंजू प्रजापति और सिविल जज वर्तिका शुभानन्द ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस अवसर पर मौजूद लोगों को 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' की शपथ भी दिलायी गई.
अपने अधिकारों के प्रति रहें सजग
कार्यक्रम को संबधित करते हुए विधायक अनुपमा जायसवाल ने महिलाओं और बेटियों से आह्वान किया कि अन्याय के विरुद्ध आवाज जरूर बुलंद करें, चुप न रहे. सभी बेटियां, महिलाएं उनके संरक्षण के लिए बनाये गये कानूनों की जानकारी जरूर रखें. विधायक नानपारा माधुरी वर्मा ने महिला स्वावलम्बन व सम्मान के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ का भरपूर लाभ उठाने की अपील की.
महिलाएं एवं बेटियां अपने अधिकारों को जानें
जज वर्तिका ने कहा कि देश व दुनिया में उच्च पदों पर आसीन महिलाओं से प्रेरणा लेकर बेटियां आगे बढ़ें. उन्होंने कहा कि बेटी के जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक के लिए कानून बनाये गये हैं. जरूरत इस बात की है कि महिलाएं एवं बेटियां अपने अधिकार के प्रति जागरूक हों. उ.प्र. राज्य महिला आयोग की सदस्य मनोरमा शुक्ला व अंजू प्रजापति ने किसी भी प्रकार के शोषण, उत्पीड़न व घरेलू हिंसा के विरूद्ध चुप न रहने की सीख देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं की शिकायत सक्षम स्तर पर अथवा हेल्प लाइन 181 व 1090 पर अवश्य करें.
महिलाओं को सिखाए गए आत्मरक्षा के गुर
कार्यक्रम के दौरान महिला अधिवक्ता बेबी श्रीवास्तव ने महिलाओं एवं बालिकाओं के संरक्षण के लिए विभिन्न कानूनों, चिकित्सक डाॅ. मीनाक्षी व डाॅ. ममता ने प्रधानमंत्री मातृत्व लाभ योजना, टीकाकरण, आयरन की गोली के महत्व व महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निदान पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में मौजूद बालिकाओं एवं महिलाओं को गुड टच व बैड टच के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ आत्मरक्षा के गुर भी सिखाये गये.