बहराइचः विशेश्वरगंज थाना क्षेत्र के रमनगरा निवासी आरटीआई कार्यकर्ता की हृदय गति रुकने से मौत होने का मामला सामने आया है. आरटीआई कार्यकर्ता के परिजनों का आरोप है कि आरटीआई मांगने के कारण जांच करने आए अधिकारी और ग्राम प्रधान के लोगों द्वारा उन्हे टॉर्चर किया गया, जिससे उन्हें वहीं अटैक पड़ा और मौत हो गई.
शिकायत के बाद जांच अधिकारियों ने किया टॉर्चर
मृतक आरटीआई कार्यकर्ता के भाई पंकज कुमार मिश्रा ने बताया कि उनके भाई ने सात-आठ महीने पूर्व आरटीआई के तहत सूचना मांगी थी, जिस संबंध में कार्रवाई शुरू हुई और समिति गठित कर जांच के निर्देश दिए गए. उन्होंने बताया कि टीम के अधिकारी और प्रधान शिकायत की जांच करने गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने गांव का भ्रमण कर जांच करने के बजाय गांव के प्राथमिक विद्यालय में बैठकर उनके भाई को वहां बुलाया और वहीं उन्हें टॉर्चर किया.
बर्बाद करने की दी गई धमकी
पंकज ने बताया कि उनके ऊपर मामला वापस लेने का दबान बनाया जा रहा था. मामला वापस नहीं लेने पर धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कराने और बर्बाद करने की धमकी दी गई. जब वहां से बाहर निकले तो अचानक चक्कर आया और वहीं पर गिर पड़े. उन्हें तत्काल उठाकर जिला अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने घटना की तहरीर थाने पर दी है साथ ही पुलिस अधीक्षक से मिलकर कार्रवाई की मांग की गई है.
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परिजनों की शिकायत पर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. यदि इसमें कोई अधिकारी शामिल होगा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
-विपिन कुमार मिश्रा, पुलिस अधीक्षक