बहराइच: जंगल के आस पास रहे लोगो का वनजीवों का सामना आम बात हो गई है. बुधवार शाम तहसील मिहीपुरवा वन रेंज ककरहा के ग्राम पंचायत गूढ़ के मजरा बौकहिया के राममनोहर के घर बंधे भैंस के बच्चे को तेंदुवे ने अपना निवाला बना लिया.
बहराइच में तेंदुए का हमला (Leopard attack in Bahraich) को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि इसके बाद फिर तेंदुआ फिर आया, लेकिन जब लोगों ने हांका लगाया, तब तेंदुवा जंगल की तरफ भाग गया. वहीं दूसरी तरफ सुजौली रेंज के जंगल से निकलकर बुधवार शाम को तेंदुआ पहुंच गया. यहां तेंदुआ ने बालिका समेत पांच लोगों पर हमला कर घायल कर दिया.
इसके बाद एक घर में जा छिपा. घायल लोगों को वन विभाग की ओर से अस्पताल में भर्ती कराया गया. तेंदुए के हमले को देखते हुए वन कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है. कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के सुजौली रेंज अंतर्गत सीताराम पुरवा और बाजपुर बनकटी गांव जंगल से सटा हुआ है. बुधवार शाम को तेंदुआ जंगल से निकल कर गांव में पहुंच गया. तेंदुए ने गांव निवासी श्रीराम पुत्र कल्लू, रेखा पुत्री लालाराम, दुबरी पुत्र जोखे, सर्वेश पुत्र बुधई और सोहन पुत्र प्रभु पर हमला किया. हमले में सभी लोग घायल हो गए.
वन क्षेत्राधिकारी राम कुमार (Forest Officer Ram Kumar) ने बताया कि तेंदुए ने बाजपुर बनकटी और सीताराम पुरवा गांव के लोगों पर हमला किया था. ग्रामीण तेंदुए के एक घर में घुसने की बात कह रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. तेंदुआ जंगल की ओर चला गया है. उन्होंने बताया कि गांव में वन दरोगा अनिल कुमार और एसटीपीएफ के जवान सुरक्षा में तैनात हैं. सभी घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है. सभी का इलाज चल रहा है. स्तिथि सामान्य है. वनकर्मियों को चौकन्ना रहने के लिए बोला गया है क्योंकि तेंदुआ वापस भी आ सकता है.
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