बहराइचः उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने जिले में भूमिगत विद्युत केबल परियोजना की जांच के निर्देश दिए हैं. सपा सरकार में शुरू हुई यह परियोजना अभी अधूरी है. उन्होंने कहा कि परियोजना में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं किए जाने की शिकायतें मिल रही थी, जिसकी जांच के निर्देश दिए गए हैं.
जांच में विजिलेंस टीम भी रहेगी. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने बिजली की दरें बढ़ने के लिए सपा, बसपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनकी भ्रष्ट नीतियों के चलते प्रदेश की बिजली व्यवस्था बदहाल हुई है.
बढ़े बिजली के दाम का ठिकरा पिछली सरकारों पर फोड़ा
विद्युत विभाग की समीक्षा बैठक में शामिल होने पर आए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस के कॉकटेल ने उत्तर प्रदेश की लुटिया डुबो दी थी. वहीं भाजपा सरकार ने बदहाल विद्युत व्यवस्था को सुधारने का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि जहां पिछली सरकार 16,000 मेगावाट विद्युत की मांग पूरी नहीं कर पा रही थी. वहीं मौजूदा सरकार 21,000 मेगावाट बिजली की मांग को पूरा कर प्रदेश के गांवों तक को रौशन करने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारी को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के 15-20 साल के पिछले कार्यों की जांच कराकर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अखिलेश को दी सकारात्मक सोच की सलाह
उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को नकारात्मक राजनीति से बाहर आने की सलाह देते हुए कहा कि प्रदेश के विकास के लिए उन्हें सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभानी होगी. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर कोई अपराधी पुलिस पर गोली चलाएगा तो उसको गुलदस्ता तो नहीं दिया जाएगा. उसको उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अखिलेश के साथ उनकी सरकार की तुलना नहीं की जा सकती है. क्योंकि वह खनन माफिया, भू-माफिया जैसे अपराधियों को संरक्षण देते थे. वैसे ही उनकी बुआ जिनके कार्यकाल में डॉक्टरों की हत्या अस्पताल में हो जाती थी. उन्होंने कहा कि उनके साथ हम तुलना नहीं कर सकते हैं, क्योंकि हमारी सरकार में अपराधियों को संरक्षण नहीं है, जो पूर्ववर्ती सरकारों ने रहता था.