बहराइच : एनआरएचएम में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इससे पहले हरदोई और गोंडा जिले के रहने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. कई दिनों से यह गैंग प्रदेश के अलग-अलग जिलों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा था. पुलिस का दावा है कि नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी कर चुका है.
तीन लग्जरी गाड़ियां व चार नियुक्ति पत्र बरामद
अपर पुलिस अधीक्षक शहर कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का धंधा करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी. इन्हें पकड़ने के लिए एसओजी प्रभारी निखिल कुमार श्रीवास्तव और देहात कोतवाली प्रभारी ओमप्रकाश चौहान को टीम के साथ लगाया गया था. पुलिस टीम ने रविवार को चित्तौरा मोड़ से अली हुसैन पुत्र सुल्तान निवासी धानेपुर बाजार जिला गोंडा को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर तीन लग्जरी गाड़ियां, चार नियुक्ति पत्र, 27 सादा नियुक्ति पत्र, कई मुहर और अन्य सामान बरामद किया.
भेजा गया था जेल
इससे पहले इसी गिरोह के गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के सलनामीपुरवा बाबागंज निवासी अवधेश मिश्र उर्फ दीपू और हरदोई जिले के बेनीगंज थाना क्षेत्र के बाने कुइंया निवासी देवेंद्र शुक्ल को जेल भेजा गया था. दोनों आरोपी अभ्यर्थियों को बताते थे कि उनकी कंपनी मां पाटेश्वरी कांट्रक्शन एंड सिक्योरिटी सर्विस को कस्तूरबा गांधी विद्यालय में सिक्योरिटी गार्ड व सुपरवाइजर के अलावा एनआरएचएम में लिपिक और चपरासी के पद पर नियुक्ति के लिए शासन से टेंडर मिला है. चपरासी के लिए 10 हजार और सुपरवाइजर पद के लिए 40 हजार रुपये, एनआरएचएम में लिपिक के लिए पांच लाख और चपरासी के लिए साढ़े तीन लाख रुपये की वसूली करते थे. मामले में श्रावस्ती जिले के गिलौला के सुविखा निवासी उदय प्रकाश शुक्ल और बलरामपुर जिले के रेहरा थाना क्षेत्र के सरायखास निवासी पप्पू वर्मा ने देहात कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. गिरफ्तार करने वाली टीम में देहात कोतवाली के एसआइ अरविंद कुमार मिश्र,नरोत्तम पुरी, सिराजुद्दीन,अरविंद मिश्रा, विष्णु प्रताप,शिवाकांत, राहुल बाजपेई व साइबर टीम के एसआई सौरभ सिंह आरक्षी प्रदीप, नीरज व रचित एसओजी टीम के जितेंद्र यादव, रविप्रताप यादव, नितिन अवस्थी, ज्ञानबहादुर, मोहम्मद अख्तर शामिल रहे.