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बहराइच: पर्यावरण संरक्षण संकल्प गोष्ठी के साथ पौधरोपण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पर्यावरण संरक्षण संकल्प गोष्ठी और पौधरोपण महाभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान पंचवटी वृक्षों के पौधों के रोपण पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई.

पर्यावरण संरक्षण संकल्प गोष्ठी
पर्यावरण संरक्षण संकल्प गोष्ठी
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Published : Jul 21, 2020, 2:00 PM IST

बहराइच: महामना मालवीय मिशन बहराइच (अवध) की ओर से पौराणिक पांडव कालीन शिवालय बाग नानपारा में पर्यावरण संरक्षण संकल्प गोष्ठी व पौधरोपण महाभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मौके पर परियोजना निदेशक (डीआरडीए) अनिल कुमार सिंह ने कहा कि पंचवटी प्रजाति के वृक्षों के पौधों का रोपण मानव जीवन के लिए अति आवश्यक है. बिना पेड़ों के जल, थल व नभ में जीव जंतु व मनुष्यों का जीवन असंभव है.

परियोजना निदेशक ने कहा कि सभी लोगों को अपने जीवन काल में कम से कम पांच पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर उनको संरक्षित भी करना चाहिए ताकि पर्यावरण मानवानुकूल बना रह सके. वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसबी सिंह ने औषधीय पौधों की खेती के महत्व पर ध्यान आकर्षण कराते हुए सहजन प्रजाति के वृक्षों के पौधों को अपने आसपास के खाली जगहों पर लगाने का आह्वान किया. मालवीय मिशन संयोजक संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि जनपद के विद्यालय, महाविद्यालय, चिकित्सालय, मठ मंदिरों व सरयू नदी के खाली स्थानों पर पंचवटी प्रजाति के पौधों को लगाने का महाभियान चलाया जा रहा है.

वहीं खंड विकास अधिकारी तेजवंत सिंह ने पेड़ों को जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अत्यधिक संख्या में पौधों का रोपण कर जल, जंगल, जमीन और जलवायु को संरक्षित करना चाहिए. अधिशासी अभियंता विद्युत नानपारा ने कहा कि समाज व राष्ट्र हित में बिजली बचाकर प्रकृति आधारित जीवन व्यतीत करें ताकि हमारा जीवन सुखमय हो सके. बता दें कि कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी विवेक श्रीवास्तव ने किया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महंत शिवालय बाग ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए मठ मंदिरों व सभी धार्मिक स्थलों पर अधिकाधिक संख्या में पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण और उनका संरक्षण धर्म हित में होगा. कार्यक्रम में दर्जनों प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे. वहीं समापन अवसर शिवालय बाग मंदिर परिसर में पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण कर पर्यावरण व जल संरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया गया. इसके साथ ही वहां उपस्थित लोगों को वन औषधीय प्रजाति के पौधों का वितरण भी किया गया.

बहराइच: महामना मालवीय मिशन बहराइच (अवध) की ओर से पौराणिक पांडव कालीन शिवालय बाग नानपारा में पर्यावरण संरक्षण संकल्प गोष्ठी व पौधरोपण महाभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मौके पर परियोजना निदेशक (डीआरडीए) अनिल कुमार सिंह ने कहा कि पंचवटी प्रजाति के वृक्षों के पौधों का रोपण मानव जीवन के लिए अति आवश्यक है. बिना पेड़ों के जल, थल व नभ में जीव जंतु व मनुष्यों का जीवन असंभव है.

परियोजना निदेशक ने कहा कि सभी लोगों को अपने जीवन काल में कम से कम पांच पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर उनको संरक्षित भी करना चाहिए ताकि पर्यावरण मानवानुकूल बना रह सके. वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसबी सिंह ने औषधीय पौधों की खेती के महत्व पर ध्यान आकर्षण कराते हुए सहजन प्रजाति के वृक्षों के पौधों को अपने आसपास के खाली जगहों पर लगाने का आह्वान किया. मालवीय मिशन संयोजक संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि जनपद के विद्यालय, महाविद्यालय, चिकित्सालय, मठ मंदिरों व सरयू नदी के खाली स्थानों पर पंचवटी प्रजाति के पौधों को लगाने का महाभियान चलाया जा रहा है.

वहीं खंड विकास अधिकारी तेजवंत सिंह ने पेड़ों को जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अत्यधिक संख्या में पौधों का रोपण कर जल, जंगल, जमीन और जलवायु को संरक्षित करना चाहिए. अधिशासी अभियंता विद्युत नानपारा ने कहा कि समाज व राष्ट्र हित में बिजली बचाकर प्रकृति आधारित जीवन व्यतीत करें ताकि हमारा जीवन सुखमय हो सके. बता दें कि कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी विवेक श्रीवास्तव ने किया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महंत शिवालय बाग ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए मठ मंदिरों व सभी धार्मिक स्थलों पर अधिकाधिक संख्या में पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण और उनका संरक्षण धर्म हित में होगा. कार्यक्रम में दर्जनों प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे. वहीं समापन अवसर शिवालय बाग मंदिर परिसर में पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण कर पर्यावरण व जल संरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया गया. इसके साथ ही वहां उपस्थित लोगों को वन औषधीय प्रजाति के पौधों का वितरण भी किया गया.

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