बहराइच: डीएलएड प्रशिक्षुओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर मांगों का ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा. इन प्रशिक्षुओं की मांग है कि बैक पेपर परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को कक्षा उन्नति का लाभ नहीं मिल रहा है. उन्हें यह लाभ दिए जाने की आवश्यकता है.
डीएलएड प्रशिक्षु विकास वर्मा और नेहा श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी परीक्षा मार्च में होनी थी, लेकिन कोविड-19 के कारण उन्हें बिना परीक्षा कराए ही कक्षोन्नति दे दी गई. वहीं बैक पेपर परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को कक्षोन्नति का लाभ नहीं मिला. ऐसे में उनका कोर्स काफी पिछड़ जाने की संभावना है.
उन्होंने कहा कि बैक पेपर परीक्षार्थियों को कक्षोन्नति का लाभ मिलना चाहिए और तृतीय व चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा एक साथ कराई जानी चाहिए तभी उनका सत्र नियमित हो सकता है. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो बैक पेपर परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी अपना कोर्स दो साल बाद पूरा कर पाएंगे, जिससे उनका भविष्य खतरे में हो सकता है.
डीएलएड अभ्यर्थियों का प्रयास है कि निकट भविष्य में आने वाली नियुक्तियों में उन्हें भी अवसर मिले. इसलिए वह अपना पाठ्यक्रम समय रहते पूरा कराना चाहते हैं, लेकिन कोविड-19 के कारण उनकी पढ़ाई बाधित रही. बीच का जो समय बर्बाद हुआ उसका समायोजन करने के लिए डीएलएड अभ्यर्थी आंदोलनरत हैं.