बहराइचः फलों का राजा कहे जाने वाले आम के मामले में मलिहाबाद और वाराणसी का हमेशा नाम लिया जाता है. लेकिन इस बार लखनऊ में लगे आम महोत्सव में बहराइच की एक महिला किसान द्वारा एक वर्ष में आम की पैदावार ले लेना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भा गया. इसलिए उन्होंने महिला किसान ज्योति तुल्सयान से काफी देर आम पर चर्चा की और अपने संबोधन में भी उन्होंने बहराइच का नाम लिया.
उद्यान विभाग के सहयोग और आरके वर्मा के निर्देशन में ज्योति तुल्सयान ने अपने फार्म पर उत्पादित विदेशी प्रजाति के अमेरिकन दामी एटकिन्स, सेन्सेशन आम की प्रजाति तथा संकर प्रजाति अम्बिका, अरूणिमा, पूसा लालिया, पूसा सिन्दूरी सभी रंगीन प्रजाति का स्टाल आम महोत्सव में लगाया था. जिसके अवलोकन के बाद मुख्यमंत्री ने ज्योति तुल्सयान की प्रशंसा की और उन्हें उद्यान मन्त्री दिनेश प्रताप सिंह ने मोमेंटो और सर्टिफिकेट भी दिया.
अपनी इस उपलब्धि को जिले के मुखिया से साझा करने के लिए ज्योति तुल्सयान अपने पति नितिन बन्सल और योजना प्रभारी आर के वर्मा के साथ जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र से मिली और उन्हें अपने बाग में उत्पादित आम भेंट कर प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह को प्रस्तुत किया.
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इस पर जिलाधिकारी ने प्रसन्नता व्यक्त की और उनके प्रयासों की प्रशंसा की. उन्होंने बताया कि भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के किसानों की आय दुगुनी करने में यह मील का पत्थर साबित करेगा. मौके पर उपस्थिति योजना प्रभारी आर के वर्मा को निर्देशित किया कि जनपद में मनरेगा योजनान्तर्गत या विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं से जनपद की गरीब जनता को जोड़कर उन्हें भी इसका लाभ पहुंचाएं. जिससे योजना का उद्देश्य पूर्ण हो सके व निचले स्तर पर पहुंचे और किसानों के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को इससे जोड़ा जाए. जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन होने के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में पलायन को भी बहुत कम किया जा सकता है.
योजना प्रभारी आर के वर्मा ने बताया कि विगत वर्ष जनपद में संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत सघन बागवानी में तुल्सयान के प्रक्षेत्र पर 22,580 में रोपण कराया गया, जिसमें 1,000 आम के रंगीन पौधे, 3,000 ताईवान पिंक अमरूद व किन्नो, पूसा के 1,000 पौधे कुल 5000 पौधों का रोपण किया.
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सघन बागवानी में फलों के उत्पादनों के साथ-साथ अन्य शाकभाजी / मसाला की सफलतापूर्वक खेती कर अधिक आय प्राप्त की जा सकती है. प्रदेश में यह मिश्रित बागवानी का अभिनव प्रयोग है. इस तरह से जनपद में कुल 5 माडल 100 क्षेत्रफल में बनाये गये हैं. इस बागवानी में कृषक आय की फल उत्पादन के साथ- साथ मिश्रित खेती से अतिरिक्त आय होने से प्रति इकाई अधिक आय प्राप्त होने से आय दुगनी करने में बहुत ही सहायक है.
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