ETV Bharat / state

मामूली विवाद पर पुलिस ने महिलाओं को लिया हिरासत में, दहशत में युवक ने की आत्महत्या

बागपत में पुलिस के खौफ से एक युवक ने आत्महत्या कर ली. बताया जाता है कि कोरोना टीकाकरण के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ युवक और कुछ अन्य ग्रामीणों ने मारपीट कर दी थी. उसी मामले में पुलिस ने आरोपियों के घर दबिश थी. आरोप है कि दबिश के दौरान पुलिसकर्मियों ने परिजनों के साथ मारपीट की थी.

author img

By

Published : Jul 27, 2021, 10:52 AM IST

पुलिस के डर से युवक ने की आत्महत्या.
पुलिस के डर से युवक ने की आत्महत्या.

बागपतः बिनौली थाना क्षेत्र में टीकाकरण शिविर में ज्यादा लोग पहुंच गए. इस दौरान व्यवस्था बनाने पहुंचे दो पुलिसकर्मियों के साथ अक्षय नाम के युवक और अन्य ग्रामीणों ने मारपीट कर दी. मारपीट का वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के मकान में दबिश दी. आरोप है कि दबिश देने आई पुलिस टीम ने अक्षय के परिवार वालों के साथ मारपीट की और महिलाओं को हिरासत में भी ले लिया. इस दहशत से युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस अधिकारियों ने विभाग की लापरवाही मानते हुए बिनौली इंस्पेक्टर, एएसआई, बरनावा चौकी प्रभारी समेत 11 पुलिस कर्मियों की लाइन हाजिर कर दिया हैं.

बिनौली थाना क्षेत्र के रंछाड़ गांव के प्राथमिक विद्यालय में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड-19 टीकाकरण शिविर लगाया था. स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण करने पहुंचे तो वहां टीका लगवाने वालों की भीड़ लग गई. व्यवस्था बनाने के लिए माखर पुलिस चौकी से हेड कांस्टेबल सलीम और मुरली केंद्र पर पहुंचे. पुलिसकर्मियों के साथ अक्षय नाम के युवक समेत अन्य युवकों का विवाद हो गया. इस दौरान वहां पुलिस के साथ मारपीट हो गई. घटना का वीडियो वायरल हो गया.

इस पर हेड कांस्टेबल सलीम ने अक्षय के अलावा 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि का मुकदमा दर्ज करा दिया. उधर, पुलिस ने देर शाम को रंछाड़ गांव में आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी. आरोप है कि आरोपी अक्षय के घर पर पुलिस ने दबिश के दौरान तोड़फोड़ की. एक कार के शीशे तोड़ दिए. एक ट्रैक्टर को कब्जे में लिया. साथ ही पुलिस दो महिला को हिरासत में लेकर थाने ले गई. पुलिस ने कई और लोगों के साथ मारपीट की.

इसे भी पढ़ें- पुलिस से तंग आकर युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान

पुलिस कार्रवाई से क्षुब्ध होकर अक्षय अपने खेत पर पहुंचा और एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना की जानकारी जैसे ही गांव के लोगों को लगी तो काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस ने शव को उठाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई होने तक शव को ले जाने से मना कर दिया.
सीओ बड़ौत आलोक सिंह, सीओ बागपत अनुज मिश्र, एसडीएम बडौत दुर्गेश मिश्र, एएसपी मनीष कुमार मिश्र भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पहुंचे. ग्रामीणों ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. हंगामा बढ़ता देख कर एसपी अभिषेक सिंह ने बिनौली थाने के इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एएसआई दिनेश कुमार, बरनावा पुलिस चौकी प्रभारी हरिचंद्र त्यागी समेत 11 पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया.

अक्षय के पिता श्रीनिवास जो कि आरएसएस के खंड संचालक हैं. उनकी तहरीर पर थाने में इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एएसआई उधम सिंह तालान, सिपाही अश्वनी, हेड कॉन्स्टेबल सलीम और सिपाही मुरली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप लगाया है कि पुलिस ने श्रीनिवास की पत्नी कुसुम से मारपीट करते हुए घर में तोड़फोड़ कर दी, जिससे प्रताड़ित होकर उसके बेटे अक्षय ने आत्महत्या कर ली.

बागपतः बिनौली थाना क्षेत्र में टीकाकरण शिविर में ज्यादा लोग पहुंच गए. इस दौरान व्यवस्था बनाने पहुंचे दो पुलिसकर्मियों के साथ अक्षय नाम के युवक और अन्य ग्रामीणों ने मारपीट कर दी. मारपीट का वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के मकान में दबिश दी. आरोप है कि दबिश देने आई पुलिस टीम ने अक्षय के परिवार वालों के साथ मारपीट की और महिलाओं को हिरासत में भी ले लिया. इस दहशत से युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस अधिकारियों ने विभाग की लापरवाही मानते हुए बिनौली इंस्पेक्टर, एएसआई, बरनावा चौकी प्रभारी समेत 11 पुलिस कर्मियों की लाइन हाजिर कर दिया हैं.

बिनौली थाना क्षेत्र के रंछाड़ गांव के प्राथमिक विद्यालय में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड-19 टीकाकरण शिविर लगाया था. स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण करने पहुंचे तो वहां टीका लगवाने वालों की भीड़ लग गई. व्यवस्था बनाने के लिए माखर पुलिस चौकी से हेड कांस्टेबल सलीम और मुरली केंद्र पर पहुंचे. पुलिसकर्मियों के साथ अक्षय नाम के युवक समेत अन्य युवकों का विवाद हो गया. इस दौरान वहां पुलिस के साथ मारपीट हो गई. घटना का वीडियो वायरल हो गया.

इस पर हेड कांस्टेबल सलीम ने अक्षय के अलावा 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि का मुकदमा दर्ज करा दिया. उधर, पुलिस ने देर शाम को रंछाड़ गांव में आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी. आरोप है कि आरोपी अक्षय के घर पर पुलिस ने दबिश के दौरान तोड़फोड़ की. एक कार के शीशे तोड़ दिए. एक ट्रैक्टर को कब्जे में लिया. साथ ही पुलिस दो महिला को हिरासत में लेकर थाने ले गई. पुलिस ने कई और लोगों के साथ मारपीट की.

इसे भी पढ़ें- पुलिस से तंग आकर युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान

पुलिस कार्रवाई से क्षुब्ध होकर अक्षय अपने खेत पर पहुंचा और एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना की जानकारी जैसे ही गांव के लोगों को लगी तो काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस ने शव को उठाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई होने तक शव को ले जाने से मना कर दिया.
सीओ बड़ौत आलोक सिंह, सीओ बागपत अनुज मिश्र, एसडीएम बडौत दुर्गेश मिश्र, एएसपी मनीष कुमार मिश्र भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पहुंचे. ग्रामीणों ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. हंगामा बढ़ता देख कर एसपी अभिषेक सिंह ने बिनौली थाने के इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एएसआई दिनेश कुमार, बरनावा पुलिस चौकी प्रभारी हरिचंद्र त्यागी समेत 11 पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया.

अक्षय के पिता श्रीनिवास जो कि आरएसएस के खंड संचालक हैं. उनकी तहरीर पर थाने में इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एएसआई उधम सिंह तालान, सिपाही अश्वनी, हेड कॉन्स्टेबल सलीम और सिपाही मुरली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप लगाया है कि पुलिस ने श्रीनिवास की पत्नी कुसुम से मारपीट करते हुए घर में तोड़फोड़ कर दी, जिससे प्रताड़ित होकर उसके बेटे अक्षय ने आत्महत्या कर ली.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.