बागपतः जिले में अपराधियों का तांडव कम होता नहीं दिख रहा. आये दिन व्यापारियों से रंगदारी मांगी जा रही है. यहां पर लोगों ने पुलिस पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है. पुलिस की अनदेखी की वजह से बावली गांव के 6 व्यापारियों ने अपनी दुकानों पर पलायन करने के पंपलेट चस्पा कर दिए हैं.
व्यापारियों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में तैनात सुपरवाइजर और गाजियाबाद में खुफिया विभाग में तैनात सिपाही बदमाशों के साथ मिलकर उनसे रंगदारी मांगते हैं. कुख्यात बदमाशों से हत्या कराने की धमकी दी जाती है. उनका गांव में रहकर व्यापार करना दूभर हो गया है. लिहाजा पीड़ित लोगों ने पलायन की तैयारी शुरू कर दी है.
जिले में नहीं खत्म हो रहा बदमाशों का खौफ
बावली गांव में हलवाई निखिल जैन, परचून व्यापारी राजीव जैन, हलवाई प्रियंका जैन और हलवाई पीयूष ने बताया कि गांव में ही सरकारी अस्पताल में तैनात सुपरवाइजर और गाजियाबाद में एलआइयू में तैनात सिपाही बदमाशों के साथ उनकी दुकान पर आते हैं. ये लोग दस हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक की रंगदारी मांगते हैं. उन्होंने कई बार रुपये दे भी दिए हैं, लेकिन अब डिमांड ज्यादा बढ़ गई है. आरोपियों ने प्रियंका जैन को पिस्टल सटाकर जान से मारने की धमकी भी दी.
पीड़ित व्यापारियों ने बताया कि आरोपी उनकी दुकान की झूठी शिकायत करते हैं और सामान लेने के बाद रुपये भी नहीं देते हैं. पुलिस भी आरोपियों के पक्ष में उन्हें धमकाती है. इस उत्पीड़न को देखते हुए सभी ने अपनी दुकानों और मकानों पर बिकाऊ का पोस्टर चस्पा कर दिया है. सवाल ये भी उठता है कि कुख्यात बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराने वाली पुलिस व्यापारियों की सुरक्षा क्यों नहीं कर रही है? बदमाशों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं? वहीं एसपी अभिषेक सिंह का कहना है कि इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी. किसी के पलायन करने की जरूरत नहीं होगी.
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हालांकि पुलिस पूछताछ में रुपये का विवाद सामने आया है. पुलिस को जानकारी मिली है कि दोनों पक्षों में रुपये के लेने-देन का विवाद है. 5 महीने पहले 95 हजार रुपये के लेन-देन का मामला बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है.