बागपतः पुलिस ने सुरेश राठौर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक सुरेश के बेटे नितिन ने ही हत्या के सजायाफ्ता दोस्त संजय यादव से पिता की हत्या करायी है. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जिला कारागार भेज दिया गया है. वारदात के दो वजहें सामने आईं हैं. पहला सुरेश अपने बेटे नितिन को मकान नहीं दे रहा था और दूसरा बेटे के दोस्त संजय का एक लाख दस हजार रुपये चुकता नहीं कर रहा था.
कलयुगी बेटा
एएसपी मनीष कुमार मिश्र के मुताबिक बालौनी थाना इलाके के हरियाखेड़ा के किसान ओमपाल की ट्यूबवेल के पास 21 फरवरी को एक शख्स का अर्द्धजला शव बरामद हुआ था. शव की शिनाख्त कन्नौज के मोहल्ला कानून गोयान के रहने वाले जगपाल ने अपने भाई सुरेश राठौर के रूप में की थी. इसी के आरोप में पुलिस ने आरोपी बेटे नितिन राठौर और फुलैरा गांव निवासी संजय यादव को गिरफ्तार कर लिया है.
एएसपी ने बताया कि संजय यादव और नितिन दोस्त हैं. नितिन के पिता सुरेश ने संजय यादव से सात महीने पहले 1 लाख दस हजार रुपये उधार लिये थे. वे रुपये नहीं लौटा रहे थे. उधर, सुरेश ने बेटे नितिन को पहले से ही अपनी संपत्ति से बेदखल कर रखा था. किसी तरह नितिन ने पिता सुरेश को बहला-फुसलाकर मकान की पॉवर ऑफ अटार्नी अपने नाम करा ली थी. इसके बाद नितिन ने दोस्त संजय के साथ पिता की हत्या का षडयंत्र रच डाला.
20 फरवरी की शाम सुरेश को ऋण दिलाने का लालच देकर दलाल से मिलवाने के बहाने बाइक से हरियाखेड़ा में मामा के नलकूप पर लेकर पहुंचा. जहां योजना के मुताबिक रास्ते में सुरेश को शराब पिलायी. सुरेश को जब ज्यादा नशा हो गया तो खेत में संजय यादव ने मफलर से सुरेश का गला घोंट दिया. जिससे उसकी मौत हो गयी. इसके बाद पहचान छिपाने के लिए प्लास्टिक की बोतल में बाइक से पेट्रोल निकालकर सुरेश के शव पर छिड़कर आग लगा दी. संजय की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल बाइक, मफलर, बोतल, राशन कार्ड, बैंक की पासबुक और आईडी की प्रति बरामद कर ली गयी है.
दोनों का पहले से आपराधिक रिकार्ड
इसके पहले संजय यादव ने दिल्ली के युवक अमरजीत गुप्ता की 19 मार्च 2014 को मुरादनगर में हत्या कर दी थी. इस मुकदमे में अदालत ने उसको 25 अप्रैल 2017 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट से उसकी जमानत हो गई थी. संजय के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट समेत तीन मुकदमे और नितिन के खिलाफ चार मुकदमें दर्ज हैं.