बागपत : बेटे की मौत का इंसाफ न मिलने पर पिता ने बीच सभा में केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह से इंसाफ के लिए गुहार लगाई. सभा में बेटे की मौत का इंसाफ मांगते हुए पिता ने कहा कि 'मुझे इंसाफ दे दो, नहीं तो मुझे मार दो'. दरअसल बीती 26 जनवरी को फरियादी के पुत्र दयानंद सिंह की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी.
बागपत जिले में ओमकार सिंह का पुत्र दयानंद दिल्ली के शाहदरा के खादर में काम करता था. 9 मार्च को उसके परिवार में शादी थी. जिसके लिए 26 जनवरी की शाम दयानंद रुपये लेकर घर से बड़ौद सामान खरीदने के लिये जा रहा था. तभी दिल्ली सहारनपुर हाईवे पर गेटवे स्कूल के पास किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. लेकिन जब परिवार वाले अस्पताल पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें केवल दयानंद का टूटा हुआ फोन ही वापस किया और मृतक के पास मौजूद नकद रुपए की वापसी के बारे में कुछ नहीं बताया.
जिले में डॉ.सत्यपाल सिंह प्रधानमंत्री श्रम योजना का उद्घाटन करने आए हुए थे. इस दौरान ओमकार सिंह ने केंद्रीय मंत्री से इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि बागपत कोतवाली के इलियास नाम के सिपाही ने मेरे बेटे के 44 हजार रुपये निकाल लिए. उन पैसों से मेरा बेटा शादी के लिए सामान लेने जा रहा था. मैनें आरोपी सिपाही की शिकायत डीएम और एसपी से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उनका आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस मामले की जांच नहीं कर रही है. पिता ओमकार ने कहा कि मेरे बेटे की तेरहवीं में विधायक योगेश धामा भी गए थे और उन्होंने भी मुझे आश्वासन दिया था कि हम तुम्हारी पूरी मदद करेंगे लेकिन कहीं से भी हमारे परिवार को कोई मदद नहीं मिल रही है.